पीडि़त ने बताया की मै एक निजी कंपनी का कर्मचारी हूं,दो माह से वेतन नही मिला। बोनांजा स्कूल में आनलाइन पढ़ाई के नाम पर बुक खरीदने का दबाव बनाया जा रहा है। पैसे न होने के कारण पांच सौ रूपए लेकर संजय स्टेशनी गया था। लेकिन उसने दो किताब देने से मना कर दिया। आर्थिक तंगी से जूझ रहे पिता ने कहा की बेटी दुखी न हो इसलिए मैने शहर की दूसरी स्टेशनरी दुकानों में भी किताब पूछी, लेकिन बोनांजा स्कू ल के शिक्षक यह नहीं बता रहे कि कक्षा चार में किस प्रकाशक की किताब लगेगी। इसलिए दूसरी दुकानों में किताब नहीं मिल रही है।
लुट रहे अभिभावक
लाकडाउन में गरीब एवं मध्यम वर्गीय लोगों को राहत देने प्रदेश सरकार ने स्कूल खुलने तक निजी विद्यालयों की फीस वसूली पर रोक लगा दी थी। लेकिन जिला प्रशासन द्वारा निजी स्कूलों पर किसी प्रकार की कार्यवाई न करने से स्कू ल संचालकों के हौसले बुलंद हैं और वह आनलाइन पढ़ाई के नाम पर अभिभावकों पर ट्यूसन फीस एवं किताब सेट खरीदने का दबाव बना रहे हैं।
लुट रहे अभिभावक
लाकडाउन में गरीब एवं मध्यम वर्गीय लोगों को राहत देने प्रदेश सरकार ने स्कूल खुलने तक निजी विद्यालयों की फीस वसूली पर रोक लगा दी थी। लेकिन जिला प्रशासन द्वारा निजी स्कूलों पर किसी प्रकार की कार्यवाई न करने से स्कू ल संचालकों के हौसले बुलंद हैं और वह आनलाइन पढ़ाई के नाम पर अभिभावकों पर ट्यूसन फीस एवं किताब सेट खरीदने का दबाव बना रहे हैं।