डीएसओ पर भड़के सीएम हेल्पलाइन की समीक्षा के दौरान खाद्य की सर्वाधिक 1215 शिकायतें मिलने पर डीएसओ से जवाब तलब किया। इस दौरान डीएसओ मोबाइल में कुछ देख रहे थे। कलेक्टर ने इस पर डीएसओ का नाम लेते हुए दोबारा पुकारा और कहा कि कुछ सुना भी है या नहीं। अचकचाए डीएसओ ने जवाब दिया नहीं सुना। यह सुन कलेक्टर भड़क गए। कहा, यहां तफरी करने आते हो? बेड लगा कर दे दें? इसके बाद एक आदेश के पालन की जानकारी एएफओ से ली और कहा कि ज्वाइन कर लिया या नहीं। जिस पर बताया गया कि आदेश नहीं मिला। इस पर डीएसओ से जवाब तलब किया। शुक्रवार को हस्ताक्षरित आदेश सोमवार तक नहीं मिलने पर कलेक्टर ने फटकार लगाई और कहा कि एक ही कार्यालय में बैठने के बाद भी यह हाल बना रखा है। काम गंभीरता से करने की आदत डालो।
मौसम नौकरी पर भी खराब हो सकता है कलेक्टर न एसई एमपीईबी से कहा कि आपकी 224 शिकायतें हैं।शिकायतें ठीक से कम नहीं हो रही हैं। इस पर एसई ने कहा कि मौसम की खराबी की वजह से शिकायतें इस वक्त ज्यादा है। तब कलेक्टर ने कहा कि मौसम आपकी नौकरी पर भी खराब हो सकता है।
आधे ट्यूबवेल क्रियाशील मिले जल जीवन मिशन के तहत स्कूलों में किए गए काम की पीएचई ने डीपीसी की सूची सौंपी थी। डीपीसी ने बताया कि 1162 स्कूलों में से 609 ट्यूबवेल ही क्रियाशील है। कलेक्टर ने शेष के सुधार की बात कही। महिला बाल विकास को 1319 आंगनबाड़ी में काम होने की जानकारी दी गई थी। लेकिन सत्यापन तो दूर आदेश ही नहीं देखा गया। कलेक्टर ने तत्काल सत्यापन करने कहा।
जनपद सीईओ ने सीडीपीओ पर फोड़ा ठीकरा लाड़ली बहना योजना के डीबीटी मामले की समीक्षा में रामनगर जनपद सीईओ ने कहा कि वे और तहसीलदार लगातार काम कर रहे हैं लेकिन महिला बाल विकास विभाग के सीडीपीओ का सहयोग नहीं मिल रहा है। यही बात अमरपाटन सीईओ ने कही। कलेक्टर ने योजना में असहयोग करने वाले अधिकारी-कर्मचारी के विरूद्ध कार्यवाही प्रस्तावित करने के निर्देश दिए। यह भी कहा कि डीबीटी सक्रिय नहीं होने से कोई हितग्राही लाभ से वंचित हुआ तो अधिकारियों पर व्यक्तिगत जिम्मेदारी निर्धारित की जायेगी।
मै भी एसडीएम रहा हूं कलेक्टर ने एसडीएम की कार्यशैली पर भी नाराजगी जाहिर की। कहा कि कहीं भी एसडीएम लीड नहीं ले रहे हैं। कहां क्या चल रहा है कोई मतलब नहीं है। मैं भी एसडीएम रहा हूं। ऐसे काम नहीं होता है। अपनी पूरी जिम्मेदारी से काम करें। लाडली बहना योजना में प्राप्त सभी आपत्तियों का दो दिनों के भीतर निराकरण कर अंतिम सूची तैयार करने कहा।