scriptMP में गुंडाराज के खिलाफ निकाली जा रही कांग्रेस की ‘न्याय यात्रा’ | Satna congress started nyay yatra against growing atrocities on women | Patrika News

MP में गुंडाराज के खिलाफ निकाली जा रही कांग्रेस की ‘न्याय यात्रा’

locationसतनाPublished: Apr 17, 2018 02:07:29 pm

Submitted by:

suresh mishra

मध्यप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अरुण यादव ने सतना में दिए बयान

Satna congress started nyay yatra against growing atrocities on women

Satna congress started nyay yatra against growing atrocities on women

सतना। कांग्रेस ने अपनी न्याय यात्रा के दूसरे चरण की शुरुआत भगवान राम की तपोभूमि चित्रकूट से शुरू की। आयोजित सभाओं में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष अरुण यादव और नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने प्रदेश की भाजपा सरकार पर जमकर हमले बोले। कहा, कांग्रेस की सरकार आएगी तो भाजपा सरकार के घोटालों की जांच होगी। शिवराज भी दोषी हुए तो जेल जाएंगे। अहंकार और सत्ता के मद में डूबी शिवराज सरकार को उखाड़ फेंकने का संकल्प लिया गया। कहा गया कि जनता में शिवराज सरकार के खिलाफ व्यापक असंतोष है। जब तक यह सरकार हट नहीं जाती न्याय यात्रा जारी रहेगी। न्याय यात्रा का शुभारंभ पर कामदगिरी चौराहे पर आयोजित सभा से हुआ। इसके पहले प्रदेशाध्यक्ष अरुण यादव और नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने भगवान कामतानाथ स्वामी के दर्शन किए और भगवान श्रीराम की पूजा अर्चना भी की। अरुण यादव ने कहा कि आज मध्यप्रदेश में किसानों का सम्मान नहीं अपमान हो रहा है। वे अपने अधिकारों को लेकर सडक़ों पर आते हैं तो शिवराज सरकार उन पर गोलियां चलाकर उनकी आवाज दबाने का कुचक्र रचती है। पूरे प्रदेश में अनाचार और दुराचार का माहौल है। महिला, मजदूर, किसान और नौजवान आज परेशान है। अब समय आ गया है कि चित्रकूट जो भगवान श्रीराम की तपोभूमि है, यहां से श्रीराम की तरह ही कांग्रेस का वनवास भी खत्म हो।मध्य प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ बढ़ रहे अत्याचार के खिलाफ तीसरे चरण में सोमवार को सतना में कांग्रेस की न्याय यात्रा निकाली गई। मध्यप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अरुण यादव ने बयान देते हुए कहा कि, प्रदेश में गुंडाराज के खिलाफ कांग्रेस की न्याय यात्रा निकाली जा रही है। महिलाओं के खिलाफ दिन प्रतिदिन घटनाएं बढ़ रही है। फिर भी सत्ताधारी दल कोई एक्शन नहीं ले रहा है। गुंडाराज के कारण अपराधियों के हौसले बुलंद है। कोई भी बहन बेटी घर के बाहर सुरक्षित नहीं है। पूरे प्रदेश में अराजकता का माहौल है।
https://twitter.com/ASinghINC/status/985824811837542400?ref_src=twsrc%5Etfw
 


नेता प्रतिपक्ष के बिगड़े बोल
बघेली के भाषण के दौरान नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह के बिगड़े बोल भी सुनने को मिले। वे बघेली में मुख्यमंत्री को अपशब्द भी कह गए। उन्होंने कहा कि दुई बार मुख्यमंत्री बनिगे, लेकिन दुख के साथ कहय पड़त है कि आज पूरे हिन्दुस्तान म सबसे ज्यादा महिलन के साथ अन्याय होत लाग है त व मध्यप्रदेश म। केन्द्र सरकार केरआंकड़ा बताबत हे कि मध्यप्रदेश म सबसे ज्यादा महिलन के साथ दुष्कर्म होय रहा है। लानत है अइसन मुख्यमंत्री पर जो अपने आप का इन बहिनिन का भाई कहत है। चुल्लू भर पानी म डूब मरै चाही।
घोटाला उजागर होने से बचने बाबा को बनाया मंत्री
अजय सिंह ने कहा, तेंदुपत्ता श्रमिकों को मजदूर से मालिक बनाने का निर्णय कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री स्व. अर्जुन सिंह ने लिया था। उन्हें बोनस दिया जाता था। आज यह सरकार गरीब आदिवासियों के उसी बोनस से साड़ी, चप्पल और पानी की बोतल बांटने का काम कर रही है। आरोप लगाया कि इसमें बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया गया है। 80 रुपए की साड़ी 400 रुपए में खरीदी जा रही है। घोटालों का शिवराज सरकार से चोली-दामन का रिश्ता है। जब इन घोटालों को उजागर करने की धमकी दी तो शिवराज जी ने बाबा लोगों को मंत्री बना दिया। अब वह बाबा टिकट भी मांग रहे हैं।
सुनवाई के रास्ते बंद
नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा, कांग्रेस का वनवास खत्म होने की शुरुआत चित्रकूट से हो चुकी है। मध्यप्रदेश में संवाद और सुनवाई के सारे रास्ते बंद हो गए हैं। शिवराज सरकार अंधी, बहरी, गूंगी बन गई है। लोकतंत्र के मंदिर विधानसभा में भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने जनता और रामपाल के मुद्दे पर चर्चा न हो, इसके लिए सदन को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया। आज प्रदेश का हर वर्ग अपने को ठगा महसूस कर रहा है। किसान को उपज का वाजिव मूल्य नहीं मिल रहा है। बगैर बिजली दिए हजारों का बिल किसानों को थमाया जा रहा हे। उन्हें जेल तक जाना पड़ रहा है। कांग्रंस की यह यात्रा हर उस वर्ग के लिए है, जो अपने अधिकारों के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
तमतमाए दिखे राजाराम
गोदावरी मोड़ स्थित सभा के दौरान मंच में स्थान नहीं मिलने पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राजाराम त्रिपाठी को मंच के नीचे आम लोगों के बीच बैठना पड़ा। इस दौरान उनके चेहरे पर तमतमाहट साफ नजर आ रही थी। बताया जा रहा है कि कुछ कांग्रेसियों से उन्होंने नाराजगी जाहिर की।
सिद्धार्थ की गैर मौजूदगी चर्चा में
न्याय यात्रा से सिद्धार्थ कुशवाहा की गैर मौजूदगी चर्चा का विषय रही। एआइसीसी सदस्य सिद्धार्थ ने कहा था कि अभी जरूरत महसूस नहीं हुई होगी। जब महसूस होगी तब देखा जाएगा। इसी तरह से इस यात्रा से विस उपाध्यक्ष और अमरपाटन विधायक राजेन्द्र कुमार सिंह की दूरी भी चर्चा का विषय रही।
आज का रूट चार्ट
१7 अप्रैल को न्याय यात्रा रैगांव, सिंहपुर, नागौद, कुलगढ़ी, बिहटा, उचेहरा, इचौल, मैहर, भदनपुर, बदेरा, आमातारा होते हुए उमरिया जिले में प्रवेश करेगी।
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ऐसे हुई न्याय यात्रा की शुरुआत
कांग्रेस की प्रदेश इकाई रायसेन जिले के उदयपुरा से ‘न्याय यात्रा’ की शुरुआत की थी। यह यात्रा उस गांव से शुरू हुई थी जहां राज्य सरकार में मंत्री की पुत्रवधू प्रीति रघुवंशी ने आत्महत्या की थी। कांग्रेस ने राज्य में महिलाओं पर बढ़ते अत्याचार को मुद्दा बनाकर जनजागृति लाने के मकसद से यह यात्रा प्रदेशभर में निकालने का फैसला किया था। यह यात्रा प्रदेशाध्यक्ष अरुण यादव और नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह के नेतृत्व में निकाली जा रही है।
कई नेताओं को मंच में नहीं मिली जगह
चित्रकूट के गोदावरी मोड़ स्थित न्याय यात्रा सभा के दौरान मंच में कई नेताओं को जगह नहीं मिलने से नाराजगी दिखी। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व महापौर राजाराम त्रिपाठी ने गुस्से से तम तमा गए। हालांकि कुछ कांग्रेसी कार्यकताओं ने भी नाराजगी जाहिर की। न्याय यात्रा से कांग्रेस नेता सिद्धार्थ सिंह डब्बू ने किनारा किया हुआ है। सिद्धार्थ ने कहा कि जरूरत नही महसूस की गई। जब जरूरत होगी तब देखा जाएगा।
खाने का पैसा नहीं 8 हजार का बिल
न्याय यात्रा के दौरान मझगवां के चुन्नीलाल ने नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह को रोका और गुहार लगाई की हमारे पास खाने को पैसा नहीं है और सरकार ने 8 हजार का बिजली का बिल भेज दिया। उन्होंने बताया कि उसके घर में बल्व के अलावा कुछ नहीं जलता, तब भी 8 हजार का बिल आ गया। अब बिजली विभाग उसे बिजली काटने की धमकी दे रहा है। यात्रा के दौरान राज्यसभा सांसद राजमणि पटेल, पूर्व मंत्री सइद अहमद, प्रदेश कांग्रेस के महासचिव डॉ महेन्द्र सिंह चौैहान, दिलीप मिश्रा, मकसूद अहमद, विधायक यादवेन्द्र सिंह, नीलांशु चतुर्वेदी, सुखेन्द्र सिंह बन्ना ने संबोधित किया। इस दौरान पूर्व महापौर राजाराम त्रिपाठी, सुधीर सिंह तोमर, मनीष तिवारी, रविन्द्र सिंह सेठी, के.पी. सिंह परिहार, उर्मिला त्रिपाठी, मिठाई लाल चौरसिया आदि मौजूद रहे।

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