कोई भी शातिर अपराधी देश में कहीं भी वारदातें करें लेकिन अंत में आकर यहीं पनाह लेते हैं। साधू-संतों के बीच वेश-भूषा बदल कर रहने से पुलिस भी शातिर अपराधियों को नहीं पहचान पाती। इसलिए आरोपी वे फिक्र होकर फरारी काटते है। दो राज्यों की सीमा होने के कारण पुलिस भी मामले से पल्ला झाड़ देती है। यहां MP.PATRIKA.COM ऐसे ही 6 बाबाओं बारे में बता रही है जिनकी गिरफ्तारी से पुलिस व्यवस्था की पोल खुल रही है।
केस-1: वीरेंद्र देव दीक्षित का सतना में भी आश्रम
आध्यात्मिक ईश्वरीय विश्वविद्यालय के संचालक वीरेंद्र देव दीक्षित की गिरफ्तारी आदेश के बीच दिल्ली के आश्रम से 41 लड़कियों को छुड़ाने के बाद पूरे देश में हड़कंप मच गया है। इस विवि से जुड़े सतना के आश्रम में भी पुलिस की टीम ने पहुंचकर पूछताछ का सिलसिला शुरू कर दिया। सतना शहर के बिड़ला रोड स्थित राजयोग शिक्षण केंद्र में लोगों की शिकायत पर कोलगवां थाना टीआई हेमंत विष्णु वर्वे २४ दिसंबर 2017 की दोपहर पहुंचे थे। शुरुआती दौर में इस आश्रम में सामान्य लोगों को प्रवेश तक से मना किया जा रहा था। इससे लोगों को दिल्लीकांड के बाद यहां की गतिविधियों पर शंका हुईं और इसकी सूचना पुलिस को दी गई। संवेदनशील माने जा रहे इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पंकज होटल के समीप स्थित आश्रम में पुलिस ने दबिश दी।
आध्यात्मिक ईश्वरीय विश्वविद्यालय के संचालक वीरेंद्र देव दीक्षित की गिरफ्तारी आदेश के बीच दिल्ली के आश्रम से 41 लड़कियों को छुड़ाने के बाद पूरे देश में हड़कंप मच गया है। इस विवि से जुड़े सतना के आश्रम में भी पुलिस की टीम ने पहुंचकर पूछताछ का सिलसिला शुरू कर दिया। सतना शहर के बिड़ला रोड स्थित राजयोग शिक्षण केंद्र में लोगों की शिकायत पर कोलगवां थाना टीआई हेमंत विष्णु वर्वे २४ दिसंबर 2017 की दोपहर पहुंचे थे। शुरुआती दौर में इस आश्रम में सामान्य लोगों को प्रवेश तक से मना किया जा रहा था। इससे लोगों को दिल्लीकांड के बाद यहां की गतिविधियों पर शंका हुईं और इसकी सूचना पुलिस को दी गई। संवेदनशील माने जा रहे इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पंकज होटल के समीप स्थित आश्रम में पुलिस ने दबिश दी।
केस-2: चमरौहा गांव का है इच्छाधारी बाबा
29 अगस्त 2017 दिल्ली पुलिस ने हाई प्रोफाइल सेक्स रैकेट चलाने के आरोप में सुर्खियों में आए इच्छाधारी बाबा स्वामी भीमानंद महाराज को उसकी महिला साथी के साथ गिरफ्तार किया है। भीमानंद महाराज चित्रकूट के चमरौहा गांव का निवासी है। उस पर देह व्यापार का रैकेट चलाने जैसे घिनौने आरोप लग चुके हैं। भगवा चोला ओढ़कर और सांप गले में डालकर प्रवचन करने वाला भीमानांद अपने नाम के आगे इच्छाधारी संत स्वामी भीमानंद महाराज चित्रकूट वाले लगाता था। लेकिन इसका असली नाम राजीव रंजन दिवेदी था कुछ लोग शिवमूरत के नाम भी जानते थे।
29 अगस्त 2017 दिल्ली पुलिस ने हाई प्रोफाइल सेक्स रैकेट चलाने के आरोप में सुर्खियों में आए इच्छाधारी बाबा स्वामी भीमानंद महाराज को उसकी महिला साथी के साथ गिरफ्तार किया है। भीमानंद महाराज चित्रकूट के चमरौहा गांव का निवासी है। उस पर देह व्यापार का रैकेट चलाने जैसे घिनौने आरोप लग चुके हैं। भगवा चोला ओढ़कर और सांप गले में डालकर प्रवचन करने वाला भीमानांद अपने नाम के आगे इच्छाधारी संत स्वामी भीमानंद महाराज चित्रकूट वाले लगाता था। लेकिन इसका असली नाम राजीव रंजन दिवेदी था कुछ लोग शिवमूरत के नाम भी जानते थे।
केस-३: फलाहारी बाबा का चित्रकूट कनेक्शन
25 सितंबर 2017 को दुराचार के मामले में गिरफ्तार स्वामी कौशलेंद्र प्रपन्नाचार्य उर्फ फलाहारी बाबा का चित्रकूट कनेक्शन उजागर हो गया है। सतना के चित्रकूट स्थित कामदगिरी परिक्रमा में मधुसूदन सेवाधाम आश्रम है, जो अलवर वाले फलाहारी बाबा का है। इस बात की पुष्टि खुद आश्रम के व्यवस्थापक ने की है। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर की पीडि़त युवती चित्रकूट के इस आश्रम में भी आती थी। व्यवस्थापक ने यह खुलासा करके बाबा के खिलाफ हो रही जांच को नई दिशा देते हुए मामला गरमा दिया था।
25 सितंबर 2017 को दुराचार के मामले में गिरफ्तार स्वामी कौशलेंद्र प्रपन्नाचार्य उर्फ फलाहारी बाबा का चित्रकूट कनेक्शन उजागर हो गया है। सतना के चित्रकूट स्थित कामदगिरी परिक्रमा में मधुसूदन सेवाधाम आश्रम है, जो अलवर वाले फलाहारी बाबा का है। इस बात की पुष्टि खुद आश्रम के व्यवस्थापक ने की है। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर की पीडि़त युवती चित्रकूट के इस आश्रम में भी आती थी। व्यवस्थापक ने यह खुलासा करके बाबा के खिलाफ हो रही जांच को नई दिशा देते हुए मामला गरमा दिया था।
केस-4: क्राइम ब्रांच ने शातिर गुंडे को दबोचा
21 मार्च 2017 को एएसपी क्राइम ब्रांच इंदौर अमरेन्द्र सिंह ने बताया कि मनोज परमार नाम के शातिर गुंडे को मंदाकिनी घाट से गिरफ्तार किया है। जो तकरीबन 8 माह से साधू के वेश में पनाह ले रखा था। मनोज परमार के खिलाफ 20 से ज्यादा अपराधिक मामले इंद्रौर जिले में दर्ज है। मल्हारगंज थाने में विधवा महिला से ज्यादती करने का केस दर्ज है। घटना के बाद से वो फरार चल रहा था। पुलिस ने उस पर 10 हजार रुपए का इनाम भी घोषित कर रखा था।
21 मार्च 2017 को एएसपी क्राइम ब्रांच इंदौर अमरेन्द्र सिंह ने बताया कि मनोज परमार नाम के शातिर गुंडे को मंदाकिनी घाट से गिरफ्तार किया है। जो तकरीबन 8 माह से साधू के वेश में पनाह ले रखा था। मनोज परमार के खिलाफ 20 से ज्यादा अपराधिक मामले इंद्रौर जिले में दर्ज है। मल्हारगंज थाने में विधवा महिला से ज्यादती करने का केस दर्ज है। घटना के बाद से वो फरार चल रहा था। पुलिस ने उस पर 10 हजार रुपए का इनाम भी घोषित कर रखा था।
केस-5: 100 महिलाओं से किया रेप
उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में 100 से ज्यादा महिलाओं का यौन शोषणकर उनका अश्लील वीडियो बनाने वाले बाबा परमानंद को पुलिस ने 24 मई 2016 चित्रकूट से गिरफ्तार कर लिया है। ढोंगी बाबा महिलाओं के यौन शोषण के वीडियो सामने आने के बाद परमानंद फरार हो गया था। अश्लील हरकतें करने वाले बाबा परमानंद के खिलाफ पुलिस ने एक महिला की तहरीर पर दुराचार के प्रयास, जानलेवा हमला करने की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज थी।
उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में 100 से ज्यादा महिलाओं का यौन शोषणकर उनका अश्लील वीडियो बनाने वाले बाबा परमानंद को पुलिस ने 24 मई 2016 चित्रकूट से गिरफ्तार कर लिया है। ढोंगी बाबा महिलाओं के यौन शोषण के वीडियो सामने आने के बाद परमानंद फरार हो गया था। अश्लील हरकतें करने वाले बाबा परमानंद के खिलाफ पुलिस ने एक महिला की तहरीर पर दुराचार के प्रयास, जानलेवा हमला करने की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज थी।
केस-6: मालेगांव ब्लास्ट का आरोपी गिरफ्तार
16 दिसंबर 2012 को मालेगांव ब्लास्ट के एक आरोपी को एनआईए ने चित्रकूट से साधु वेश में गिरफ्तार किया था। पकड़े गए आरोपी की पहचान धनसिंह के रूप में हुई। इंदौर जिले के देपालपुर का निवासी लखनदास महाराज चित्रकूट में साक्षी कुंड में रह रहा था। चित्रकूट आने के बाद अपना हुलिया बदल लिया था तथा दाढ़ी-बाल बढ़ाकर साधुवेश में रहने लगा था। उस पर 5 लाख रुपए का इनाम घोषित था।
16 दिसंबर 2012 को मालेगांव ब्लास्ट के एक आरोपी को एनआईए ने चित्रकूट से साधु वेश में गिरफ्तार किया था। पकड़े गए आरोपी की पहचान धनसिंह के रूप में हुई। इंदौर जिले के देपालपुर का निवासी लखनदास महाराज चित्रकूट में साक्षी कुंड में रह रहा था। चित्रकूट आने के बाद अपना हुलिया बदल लिया था तथा दाढ़ी-बाल बढ़ाकर साधुवेश में रहने लगा था। उस पर 5 लाख रुपए का इनाम घोषित था।