फिर लोकायुक्त ने ट्रैपिंग का जाल बिछाया। जैसे की बुधवार को अपने प्राइवेट कार्यालय में रोजगार सहायक ने रिश्वत के 2 हजार रुपए लिए वैसे ही लोकायुक्त रीवा की टीम ने रंगे हाथ दबोच लिया। लोकायुक्त ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। ये कार्रवाई निरीक्षक हितेंद्र नाथ शर्मा के नेतृत्व में 15 सदस्यीय टीम कर रही है।
ये है मामला
लोकायुक्त सूत्रों ने बताया कि रमेश गोंड निवासी ग्राम पंचायत गोपालपुर (ग्राम वन साकर) ने लोकायुक्त कार्यालय रीवा में पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई कि जनपद पंचायत मझगवां के ग्राम पंचायत गोपालपुर का आरोपी रोजगार सहायक बिना रकम लिए संबल कार्ड नहीं बना रहा है। पैसे न देने पर प्रकरण लटकाए हुए है। जिससे प्रसूता सुरक्षा योजना की राशि नहीं मिल पा रही है। मैं गरीब आदमी हूं। 3 हजार रुपए की रकम नहीं दे सकता। इसलिए धक हारकर लोकायुक्त कार्यालय आया हूं।
लोकायुक्त सूत्रों ने बताया कि रमेश गोंड निवासी ग्राम पंचायत गोपालपुर (ग्राम वन साकर) ने लोकायुक्त कार्यालय रीवा में पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई कि जनपद पंचायत मझगवां के ग्राम पंचायत गोपालपुर का आरोपी रोजगार सहायक बिना रकम लिए संबल कार्ड नहीं बना रहा है। पैसे न देने पर प्रकरण लटकाए हुए है। जिससे प्रसूता सुरक्षा योजना की राशि नहीं मिल पा रही है। मैं गरीब आदमी हूं। 3 हजार रुपए की रकम नहीं दे सकता। इसलिए धक हारकर लोकायुक्त कार्यालय आया हूं।
2 हजार में सौदा तय हुआ
लोकायुक्त एसपी ने शिकायत की जांच कराई तो सही पाई गई। आरोपी रोजगार सहायक मोहन लाल यादव पिता श्याम लाल 32 वर्ष निवासी गोपालपुर थाना बरौंधा का फिर पीडि़त रमेश से 2 हजार में सौदा तय हुआ। बुधवार की सुबह आरोपी ने पीडि़त को रकम के साथ प्राइवेट रूम पर आने को कहा। जैसे ही पीडि़त ने रिश्वत के 2 हजार रुपए आरोपी को दिए। वैसे ही घर के बाहर मौजूद लोकायुक्त की टीम ने रंगे हाथ पकड़ लिया।
लोकायुक्त एसपी ने शिकायत की जांच कराई तो सही पाई गई। आरोपी रोजगार सहायक मोहन लाल यादव पिता श्याम लाल 32 वर्ष निवासी गोपालपुर थाना बरौंधा का फिर पीडि़त रमेश से 2 हजार में सौदा तय हुआ। बुधवार की सुबह आरोपी ने पीडि़त को रकम के साथ प्राइवेट रूम पर आने को कहा। जैसे ही पीडि़त ने रिश्वत के 2 हजार रुपए आरोपी को दिए। वैसे ही घर के बाहर मौजूद लोकायुक्त की टीम ने रंगे हाथ पकड़ लिया।