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कक्षा 9वीं के बच्चों का शैक्षणिक स्तर कक्षा 5वीं से भी कमजोर, सतना के शिक्षकों ने एक बार फिर गिराई साख

locationसतनाPublished: Aug 24, 2019 03:30:21 pm

Submitted by:

suresh mishra

– 235 विद्यालयों में शिक्षकों की खराब पढ़ाई सामने आई- सी ग्रेड जिलों में शामिल किया गया सतना

Satna educational level: Class 9th children weaker than 5th grade

Satna educational level: Class 9th children weaker than 5th grade

सतना। जिले के शिक्षकों ने एक बार फिर सतना की साख गिरा दी है। कक्षा ९वीं में पहुंचे विद्यार्थियों का शैक्षणिक स्तर कक्षा तीसरी और पांचवीं का मिला है। यह चौंकाने वाला खुलासा बेसलाइन टेस्ट के बाद बच्चों का शैक्षणिक स्तर मूलधारा में लाने के लिए कराए गए ब्रिज कोर्स के बाद जब लिए गए मिड लाइन टेस्ट के रिजल्ट से हुआ है। 235 विद्यालयों के विद्यार्थियों की स्थिति ऐसी पाई गई कि 9वीं कक्षा में पहुंचने पर भी उनका शैक्षणिक स्तर कक्षा 3 से 5वीं तक के स्तर का मिला है।
इतना ही नहीं पहले बेसलाइन टेस्ट के बाद कराए गए ब्रिजकोर्स के बाद मिडलाइन टेस्ट में भी विद्यार्थियों के शैक्षणिक स्तर में ज्यादा सुधार नहीं आया है। इसे स्कूल शिक्षा विभाग ने गंभीरता से लिया है। अब इन विद्यालयों के शिक्षकों पर मप्र सिविल सेवा नियम के तहत कार्रवाई के आदेश आयुक्त लोक शिक्षण ने जारी कर दिए हैं।
ब्रिज कोर्स चलाया गया

बताया गया, कक्षा 8वीं उत्तीर्ण विद्यार्थी जब कक्षा 9वीं में पहुंचे तो इनका बेसलाइन टेस्ट लिया गया। टेस्ट में जिन विद्यार्थियों का शैक्षणिक स्तर काफी कमजोर मिला उनका स्तर सुधारने के लिए ब्रिज कोर्स चलाया गया। ब्रिजकोर्स के बाद जब पुन: मिड लाइन टेस्ट लिया गया तो चौंकाने वाले नतीजे सामने आए। प्रदेशस्तर पर हिन्दी विषय की परीक्षा में 44 फीसदी विद्यार्थियों का स्तर कक्षा 3 से 5वीं तक का पाया गया। 42 फीसदी का 6 से 8वीं तक का मिला। 14 फीसदी विद्यार्थी ९वीं कक्षा के स्तर के मिले। गणित में 59 फीसदी का स्तर कक्षा 3 से 5 वीं तक का, 35 फीसदी का 6 से 8वीं तक का तथा 6 फीसदी ही 9वीं के स्तर के मिले। अंग्रेजी विषय में 70 फीसदी विद्यार्थियों का स्तर कक्षा 3 से 5वीं का, 24 फीसदी का कक्षा 6 से 8वीं का तथा सिर्फ 6 फीसदी का ९वीं स्तर का मिला। इन परिणामों के सामने आने के बाद स्कूल शिक्षा विभाग चौंक गया। इसके बाद प्रदेश के इस औसत से ज्यादा खराब परिणाम वाले विद्यालयों पर कार्रवाई के निर्देश दिए गए।
सिविल सेवा नियम के तहत कार्रवाई के निर्देश
खराब परिणामों पर आयुक्त लोक शिक्षण जयश्री कियावत ने चिंता जताते हुए कहा कि प्रतीत होता है कि कक्षा 8वीं में इन विद्यार्थियों के पठन-पाठन में माध्यमिक विद्यालयों में ध्यान नहीं दिया गया। ऐसे विद्यालय जहां कक्षा 3 से 5वीं स्तर के विद्यार्थियों की संख्या राज्यस्तर से ज्यादा (सतना में 235) है ऐसे हाईस्कूल व हायर सेकंडरी विद्यालयों के कैचमेंट में आने वाले माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों के विरुद्ध लापरवाही के लिए कार्रवाई की जाए। इन विद्यालयों में हिन्दी, अंग्रेजी और गणित विषय का अध्यापन कराने वाले शिक्षकों के विरुद्ध म.प्र. सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण तथा अपील) नियम 1966 के तहत दंडात्मक कार्रवाई हो। अगर शिक्षक का अन्य जिले में तबादला हो गया है तो उस जिले के डीईओ को संंबधित शिक्षकों की सूची सौंपकर शाला के नाम सहित कार्रवाई के लिए प्रेषित करें। इन पर कार्रवाई कर 15 सितंबर तक प्रतिवेदन भेजें।
शिक्षक गंभीर नहीं
बेसलाइन के परिणाम के बाद जब ब्रिज कोर्स कराया गया और उसके बाद मिडलाइन टेस्ट लिया गया तो 9वीं कक्षा पहुंचे विद्यार्थियों का शैक्षणिक स्तर 8वीं पास का कोई ज्यादा नहीं बढ़ा। हिंदी विषय में महज 6.22 फीसदी ज्यादा बच्चे 8वीं उत्तीर्ण स्तर तक पहुंचे। गणित में यह आंकड़ा 3.34 फीसदी तथा अंग्रेजी में तो 0.45 अर्थात नगण्य प्रगति हुई। यह स्थिति इसलिए है क्योंकि ब्रिज कोर्स में शिक्षकों ने पढ़ाई में ज्यादा ध्यान नहीं दिया। तमाम कार्रवाई होने के बाद भी शिक्षक अध्यापन को लेकर गंभीर नहीं है इसलिए यह स्थिति बन रही है। वजह भी स्पष्ट है कि जब किताब रख कर परीक्षा देने के बाद शिक्षक खुद पास नहीं हो सके तो उनसे क्या उम्मीद होगी।
सतना में यह मिली स्थिति
मिड लाइन टेस्ट के बाद जिले में प्रदेश के औसत स्तर से खराब परिणाम देने वाले विद्यालयों की कुल संख्या 235 पाई गई है। इसमें अंग्रेजी विषय में 28 विद्यालय, हिन्दी में 17, हिन्दी अंग्रेजी में 16, हिन्दी गणित में 18, हिन्दी-गणित-अंग्रेजी में 105, गणित में 13, गणित अंग्रेजी में 38 विद्यालयों में विद्यार्थियों का शैक्षणिक स्तर खराब मिला। जिले को सी ग्रेड में रखा गया है।
बेसलाइन टेस्ट की स्थिति
विषय 3 से 5 6 से 8 8वीं
हिन्दी 45.94 42.46 12.25
गणित 62.85 32.22 4.92
अंग्रेजी 75.37 20.19 4.42
ब्रिज कोर्स के बाद मिडलाइन टेस्ट की स्थिति
हिन्दी 34.70 46.81 18.47
गणित 46.98 44.74 8.26
अंग्रेजी 67.46 27.66 4.87
ब्रिज कोर्स के बाद विद्यार्थियों के स्तर में सुधार
हिन्दी (-)11.24 4.35 6.22
गणित (-)15.87 12.52 3.34
अंग्रेजी (-)7.91 7.47 0.45
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