उन्होंने सतना को लेकर अपनी पुरानी बात दोहराई, पहले से स्वीकृत कामों को प्राथमिकता के साथ पूरा कराया जाएगा। साथ ही नए कामों की प्लानिंग पर जोर देंगेेे। बरगी नहर का पानी सतना लाने के लिए फिर से योजना बनाने की जरूरत है। टनल के माध्यम से पानी लाने में सफल नहीं हुए हैं, लिहाजा ओपन टनल के विषय पर विचार होना चाहिए। क्षेत्र के लिए अति आवश्यक है। इस दौरान उन्होंने स्मार्ट सिटी, रेलवे व अन्य विकास के मुद्दों पर भी चर्चा की।
अंतरद्वंद से जूझ रही कांग्रेस
सांसद ने कहा कि राज्य में कांग्रेस की सरकार अंतरद्वंद से जूझ रही है। उसे क्या करना है? कैसे करना है? कुछ भी नहीं पता। न प्लानिंग है, न कोई विजन है। सतना सहित पूरे प्रदेश में भगवान भरोसे सरकार चल रही है। सरकार गिरने या कर्नाटक जैसे हालात के लिए कांग्रेस ही जिम्मेदार होगी। भाजपा की इसमें कोई भूमिका ही नहीं है। अगर, प्रदेश में कांग्रेस सरकार जाती है, तो अपनी गलतियों के कारण जाएगी।
सांसद ने कहा कि राज्य में कांग्रेस की सरकार अंतरद्वंद से जूझ रही है। उसे क्या करना है? कैसे करना है? कुछ भी नहीं पता। न प्लानिंग है, न कोई विजन है। सतना सहित पूरे प्रदेश में भगवान भरोसे सरकार चल रही है। सरकार गिरने या कर्नाटक जैसे हालात के लिए कांग्रेस ही जिम्मेदार होगी। भाजपा की इसमें कोई भूमिका ही नहीं है। अगर, प्रदेश में कांग्रेस सरकार जाती है, तो अपनी गलतियों के कारण जाएगी।
जनहित दरकिनार तबादला उद्योग जारी
प्रदेश में केवल तबादला उद्योग चल रहा है। सरकार जनहित से दूर होते जा रही है। योजनाएं बंद की जा रही हैं या फिर बजट में काटौती हो रही है। सरकार बनने के 6 माह बाद भी तबादला जारी है। अभी तक सरकार तबादले में लगी हुई है। हालांकि ये उनका कांग्रेस पार्टी का व्यक्तिगत निर्णय है। कर्मचारी सरकार के अधीन हैं, वे तय करें। लेकिन, ऐसे में सरकार पर सवाल खड़ा होता है।
प्रदेश में केवल तबादला उद्योग चल रहा है। सरकार जनहित से दूर होते जा रही है। योजनाएं बंद की जा रही हैं या फिर बजट में काटौती हो रही है। सरकार बनने के 6 माह बाद भी तबादला जारी है। अभी तक सरकार तबादले में लगी हुई है। हालांकि ये उनका कांग्रेस पार्टी का व्यक्तिगत निर्णय है। कर्मचारी सरकार के अधीन हैं, वे तय करें। लेकिन, ऐसे में सरकार पर सवाल खड़ा होता है।