यदि एमआईसी ने इस प्रस्ताव पर अपनी मुहर लगा दी तो चार साल से प्रभार पर कार्यपालन यंत्री का कार्य देख रहे इंजीनियरों को सबसे बड़ा झटका लगने वाला है। एमआईसी में शामिल एजेंडे के तहत वरिष्ठ पदों पर जमे सहायक आयुक्त, कार्यपालन यंत्री तथा सहायक यंत्री को उनके मूल पद पर वापस भेजा जाएगा।
शासन से निरस्त हो चुका है पदोन्नति का प्रस्ताव
नगर निगम की मेयर इन कॉउंसिल में 2015 में उपयंत्री, सहायक यंत्री एवं कार्यपालन यत्रियों को क्रमश: सहायक यंत्री, कार्यपालन यंत्री एवं अधीक्षण यंत्री के पद पर पदोन्नत करने का प्रस्ताव पास किया गया था। एमआईसी से प्रस्ताव पास होने के बाद निगम प्रशासन ने इसे स्वीकृति के लिए राज्य शासन को भेजा था लेकिन नगरीय प्रशासन विभाग ने इस प्रस्ताव को निरस्त कर दिया था। शासन से पदोन्नति का प्रस्ताव खारिज होने के बाद भी निगम के अधिकारी प्रभार पर उक्त पदों पर जमे हुए हैं।
शासन से निरस्त हो चुका है पदोन्नति का प्रस्ताव
नगर निगम की मेयर इन कॉउंसिल में 2015 में उपयंत्री, सहायक यंत्री एवं कार्यपालन यत्रियों को क्रमश: सहायक यंत्री, कार्यपालन यंत्री एवं अधीक्षण यंत्री के पद पर पदोन्नत करने का प्रस्ताव पास किया गया था। एमआईसी से प्रस्ताव पास होने के बाद निगम प्रशासन ने इसे स्वीकृति के लिए राज्य शासन को भेजा था लेकिन नगरीय प्रशासन विभाग ने इस प्रस्ताव को निरस्त कर दिया था। शासन से पदोन्नति का प्रस्ताव खारिज होने के बाद भी निगम के अधिकारी प्रभार पर उक्त पदों पर जमे हुए हैं।