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वादे से मुकरी शहर सरकार: स्वच्छता सर्वेक्षण के प्रतियोगी पुरस्कृत, स्मार्ट सिटी को भूले

locationसतनाPublished: Feb 09, 2018 06:16:34 pm

Submitted by:

suresh mishra

ढाई साल से नगर निगम द्वारा स्मार्ट सिटी को लेकर पीटा जा रहा ढिंढोरा सिर्फ शिगूफा बनकर रह गया।

Satna Nagar nigam news Competitive reward for cleanliness survey

Satna Nagar nigam news Competitive reward for cleanliness survey

सतना। ढाई साल से नगर निगम द्वारा स्मार्ट सिटी को लेकर पीटा जा रहा ढिंढोरा सिर्फ शिगूफा बनकर रह गया। किसी तरह देश के 100 स्मार्ट शहरों में सतना का नाम शामिल तो हो गया था, उसके बाद शुरू हुए टॉप-20 के तीसरे चक्र में स्मार्ट सिटी का तमगा आधिकारिक तौर पर मिल गया था। इस दौरान परीक्षा में पास होने के लिए नगर निगम ने स्वच्छता सर्वेक्षण की तरह कई हथकंडे अपनाए थे। बच्चों से लेकर आमजन तक प्रतियोगिता में शामिल हुए थे।
कहा गया था कि जिसका कार्य अच्छा होगा उसे पुरस्कृत किया जाएगा। परंतु आज तक एेसे लोगों का चयन नहीं किया जा सका। न ही पुरस्कृत किया गया। वहीं स्वच्छता की तमाम प्रतियोगियों को उनके बेहतर कार्य के लिये इनाम तक दिया जा चुका है।
हजारों की तादाद में आए थे सुझाव
निबंध, पत्र व फोटो सहित वीडियो के मार्फत नगर निगम में हजारों की तादाद में सुझाव आये थे। उसमें उनके स्वप्नों का शहर आखिर सतना कैसा हो, इसके लिए सभी ने अपनी अपनी सोच के मुताबिक निगम को राय दी थी। निगम के जिम्मेदारों ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। उपयोग के बाद अब किनारा कर लिया गया।
अब तो सुझाव भी गुम गए
सुझाव भरे निबंध व पत्रों में सर्वाधिक लोगों ने शहर में चारों ओर फैले अतिक्रमण को हटाने का सुझाव दिया था। उसमें कई स्पॉट भी लोगों ने सुझाए थे। लेकिन निगम की खोटी नियत इतनी की सुझावों पर अमल तो दूर उन्हें ठीक से सहेज भी नहीं सके। निगम के जानकारों का दावा है की स्मार्ट सिटी के निबंध समेत वीडियो व फोटो भी अब सैकड़ों की संख्या में गुम चुके हैं।
एेसा था प्लॉन, फिर मिली थी कामयाबी
निगम प्रशासन ने जनमानस से उनका सतना कैसा हो इसके लिए सुझाव लिखित में, साथ ही वीडियो भी मांगे गए थे। ब्रॉन्डिंग कर स्कूलों, कॉलेजों में पहुंच सुझाव भी लिए जो कि केंद्र सरकार के पोर्टल पर अपलोड हुए उसके नंबर तो निगम को मिले लेकिन निबंध प्रतियोगिता और कई प्रतियोगिता में भाग लेने वालों को निगम ने अब तक पुस्कृत नहीं किया। सबके सहयोग से निगम को स्मार्ट सिटी का तोहफा हासिल हुआ था। पर समय बीतता गया और किये गए वायदे भूलते चले गए।
एेसी थी स्मार्ट सलाह
प्रतियोगियों व आमजन ने जो सलाह दी थी उसमें बताया गया था कि सड़कों के किनारे पौधे लगाएं, सड़कों का चौड़ीकरण हो, झूला वाहन पार्किंग, शहर के 4 जोन में चौपाटी, सुव्यवस्थित यातायात, एयरपोर्ट, वाईफाई कनेक्टिवटी, सड़कों के किनारे एलईडी लाइट, पार्कों का विकास, सिनेमा हॉल, सिटी बस का संचालन, पिकनिक स्पॉट आदि सुझाव दिए थे।
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