सतना

खुले में शौच से रोकने कर्मचारियों ने बजाई सीटी तो जनता ने बरसाए पत्थर, कर दिया चक्काजाम

यह कैसा स्वच्छता अभियान: नईबस्ती की महिलाएं बोलीं-पहले घर-घर शौचालय बनवाओ फिर बजाओ सीटी

सतनाDec 06, 2019 / 11:45 am

Sajal Gupta

मंत्री के काफिले को रोककर बोले कुशवाह समाज के लोग.. प्रशासन मनमानी कर रहा है,मंत्री के काफिले को रोककर बोले कुशवाह समाज के लोग.. प्रशासन मनमानी कर रहा है,खुले में शौच से रोकने कर्मचारियों ने बजाई सीटी तो जनता ने बरसाए पत्थर, कर दिया चक्काजाम

सतना. नगर निगम प्रशासन शहर को ओडीएफ ह्रश्वलस का खिताब दिलाने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए शहर को खुले में शौच से मु€त बनाने गली-गली जागरुकता अभियान
चलाया जा रहा लेकिन निगम के स्वच्छता अभियान से शहर की जनता कितनी जागरुक हुई है, इसका प्रत्यक्ष उदाहरण गुरुवार की सुबह नईबस्ती में देखने को मिला। नईबस्ती
तलैया को शौच से मु€त कराने के लिए ड्यूटी पर लगाए गए एनजीओ के कर्मचारियों ने सुबह लोटा लेकर खुले में जा रहे लोगों को सीटी बजाकर आगाह किया। इससे कुछ युवक व महिलाएं तो लौट गईं लेकिन कुछ लोग सीटी को नजरअंदाज करते हुए तलैया की मेड़ पर बैठ गए। खुले में शौच से रोकने के लिए कर्मचारियों ने उनकी ओर पत्थर फेंके तो विवाद की स्थिति बन गई। इसके बाद नईबस्ती के रहवासी सड़क पर उतर आए और तलैया के पास सड़क पर पत्थर रखते हुए नईबस्ती बिरला रोड पर जाम लगा दिया। सड़क पर बच्चों के साथ उतरी महिलाओं ने निगम प्रशासन के खिलाफ जमकर नारे लगाए। कहा कि निगम प्रशासन पहले उनके घरों में शौचालय बनवाए या बस्ती में सुलभ कॉ्ह्रश्वले€स का निर्माण कराए, इसके बाद उन्हें खुले में जाने से रोका जाए।
जाम में फंसे कलेक्टर ने दिया शौचालय बनवाने का आश्वासन
नईबस्ती के रहवासी लगभग आधे घंटे तक सड़क पर बैठे रहे। इससे नीमी रोड पर जाम लग गया। इस दौरान नईबस्ती सड़क से गुजर रहे कले€टर भी जाम में फंस गए। सड़क पर भीड़ देखकर कले€टर सतेंद्र सिंह कार से उतर कर लोगों के बीच पहुंचे और सड़क जाम करने का कारण पूछा। भीड़ का नेतृत्व कर रहे अनिल दुबे ने कले€टर को बताया कि उनकी बस्ती में
अधिकांश गरीब परिवारों के घर में शौचालय नहीं है। निगम की टीम खुले में शौच जाने पर लोगों को पत्थर मरती है। इसलिए बस्ती में एक सार्वजनिक शौचालय बनवाया जाए। कले€टर ने एक सप्ताह के अंदर बस्ती में सार्वजनिक शौचालय बनवाने का आश्वासन दिया। तब कहीं जाकर लोग सड़क से हटे।
२० फीसदी घरों में शौचालय नहीं
अगले सप्ताह खुले में शौच मु€त शहर का सर्वे करने ओडीएफ की टीम पहुंचने वाली है। लेकिन शहर ओडीएफ परीक्षा पास करने के लिए कितना तैयार है इसका अनुमान इससे लगाया जा सकता है कि नईबस्ती की मलिन बस्तियों के २० फीसदी घरों में आज भी शौचालय नहीं है। वह लोटा लेकर खुले में जाने को मजबूर है। घर में शौचालय न होने की जानकारी देते हुए महिलाओं ने कहा कि घर में शौचालय बनवाने निगम १३०० रुपए मांग रहा है। उनके पास १३ रुपए नहीं हैं। इसलिए उनकी बस्ती में सार्वजनिक शौचालय का निर्माण कराया जाए।

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