न नाली है न पानी निकासी के लिए व्यवस्था। पिछली बार आई भीषण बाढ़ में रहवासियों को गृहस्थी उजड़ गई थी। रहवासियों ने चेताते हुए नगर निगम प्रशासन को कहा है कि इस बार बारिश में हालत बिगड़े और मौत हुई तो उसका जिम्मेदार निगम प्रशासन होगा, वरना नाली बनवा दे। कभी भी नगर निगम का घेराव हो सकता हैं।
पानी के लिए मारामारी
कहने को अमृत योजना के तहत 70 फीसदी इलाके में पेयजल पाइपलाइन बिछाई गई, लेकिन अब तक पानी नहीं पहुंचाया गया। जिन्होंने पैसा जमा किया उनको भी कनेक्शन नहीं मिला। लोग हैंडपम्प, और इधर-उधर भटक कर पानी की व्यवस्था में जुटे हैं। कहने को निगम 24 घंटे पानी देने का दम भरता था, लेकिन वास्तविकता में लोगों के घर पानी देने में निगम नाकामयाब साबित हुआ है।
कहने को अमृत योजना के तहत 70 फीसदी इलाके में पेयजल पाइपलाइन बिछाई गई, लेकिन अब तक पानी नहीं पहुंचाया गया। जिन्होंने पैसा जमा किया उनको भी कनेक्शन नहीं मिला। लोग हैंडपम्प, और इधर-उधर भटक कर पानी की व्यवस्था में जुटे हैं। कहने को निगम 24 घंटे पानी देने का दम भरता था, लेकिन वास्तविकता में लोगों के घर पानी देने में निगम नाकामयाब साबित हुआ है।
पार्षद को लिखित शिकायत
वार्ड की मुस्लिम बस्ती कभी भी डूब सकती है। कई बार वार्ड पार्षद ने लिखित में समस्या से अवगत कराया साथ ही वार्ड के पीडि़तों ने अपनी शिकायत की, लेकिन आज तक समस्या का निदान नहीं हुआ है। मुस्लिम बस्ती से निकलने के लिए नाली तक नहीं है। बीते वर्ष पानी भरने के बाद रेलवे तरफ की दीवार को तोडऩा पड़ा था। आज हालत यह है कि अगर पानी बरसता है तो मुस्लिम बस्ती में कई लोगों की जल में डूब जाएंगे।
वार्ड की मुस्लिम बस्ती कभी भी डूब सकती है। कई बार वार्ड पार्षद ने लिखित में समस्या से अवगत कराया साथ ही वार्ड के पीडि़तों ने अपनी शिकायत की, लेकिन आज तक समस्या का निदान नहीं हुआ है। मुस्लिम बस्ती से निकलने के लिए नाली तक नहीं है। बीते वर्ष पानी भरने के बाद रेलवे तरफ की दीवार को तोडऩा पड़ा था। आज हालत यह है कि अगर पानी बरसता है तो मुस्लिम बस्ती में कई लोगों की जल में डूब जाएंगे।
रात में लाइट रहती है गुल
वार्ड की कई बस्तियों में रात होते ही लाइट गुल हो जाती है। कई बार निगम में सूचना दी गई लेकिन ध्यान नहीं दिया गया। वार्डवासियों का कहना है कि रोड लाइट को दुरुस्त किया जाए। हमने कई बार लाइट समस्या के लिए कहा गया, लेकिन ध्यान नहीं दिया गया।
वार्ड की कई बस्तियों में रात होते ही लाइट गुल हो जाती है। कई बार निगम में सूचना दी गई लेकिन ध्यान नहीं दिया गया। वार्डवासियों का कहना है कि रोड लाइट को दुरुस्त किया जाए। हमने कई बार लाइट समस्या के लिए कहा गया, लेकिन ध्यान नहीं दिया गया।
नालियां बजबजा रहीं
वार्ड में सफाई कर्मचारी कम होने के कारण वार्ड की नालियां बजबजा रही हैं। बाहुबली लोगों द्वारा नाली के ऊपर कब्जा कर लिया है जिस कारण नालियों की सफाई नहीं हो पाती है। जो नालियां खुली हैं उनकी सफाई कम कर्मचारी होने के कारण नहीं हो पाती है।
वार्ड में सफाई कर्मचारी कम होने के कारण वार्ड की नालियां बजबजा रही हैं। बाहुबली लोगों द्वारा नाली के ऊपर कब्जा कर लिया है जिस कारण नालियों की सफाई नहीं हो पाती है। जो नालियां खुली हैं उनकी सफाई कम कर्मचारी होने के कारण नहीं हो पाती है।
सड़क हो गई छलनी
एक तो गुणवत्ताविहीन वार्ड में सड़क का निर्माण करवाया गया। जो तय समय से पहले ही उखड़ रही है। रही सही कसर पाइप लाइन डालने के दौरान सड़क खुदाई ने पूरी कर दी। आवागमन के दौरान वाहन हिचकोले खाते हैं और सवार लोग गड्ढों की सड़क में चलने जैसा अनुभव करते हैं।
एक तो गुणवत्ताविहीन वार्ड में सड़क का निर्माण करवाया गया। जो तय समय से पहले ही उखड़ रही है। रही सही कसर पाइप लाइन डालने के दौरान सड़क खुदाई ने पूरी कर दी। आवागमन के दौरान वाहन हिचकोले खाते हैं और सवार लोग गड्ढों की सड़क में चलने जैसा अनुभव करते हैं।
व्यंकटेश पार्क की देखरेख नहीं होती
व्यंकटेश मंदिर पार्क को कई बार दुरुस्त करने का प्रयास किया गया लेकिन आज भी उसकी देख-रेख करने वाला कोई नहीं है। व्यंकटेश मंदिर पार्क व तालाब वार्ड एवं शहर की जान है। गत माह कमिश्रर प्रतिभा पाल ने एक दिवस में पार्क को बनाकर वाहवाही लूटी थी, लेकिन आज इस पार्क की देख-रेख करने वाला कोई नहीं है। पार्क के अलावा व्यंकटेश मंदिर के पास प्राचीन तालाब है जिसको संवारने के लिए कई बार फाइलों में पैसा आया, लेकिन हुआ कुछ नहीं है। तालाब के आसपास तार का बाउंड्री लगवाई है, लेकिन पार्क की देखरेख सिर्फ कागजों में हो रहा है।
व्यंकटेश मंदिर पार्क को कई बार दुरुस्त करने का प्रयास किया गया लेकिन आज भी उसकी देख-रेख करने वाला कोई नहीं है। व्यंकटेश मंदिर पार्क व तालाब वार्ड एवं शहर की जान है। गत माह कमिश्रर प्रतिभा पाल ने एक दिवस में पार्क को बनाकर वाहवाही लूटी थी, लेकिन आज इस पार्क की देख-रेख करने वाला कोई नहीं है। पार्क के अलावा व्यंकटेश मंदिर के पास प्राचीन तालाब है जिसको संवारने के लिए कई बार फाइलों में पैसा आया, लेकिन हुआ कुछ नहीं है। तालाब के आसपास तार का बाउंड्री लगवाई है, लेकिन पार्क की देखरेख सिर्फ कागजों में हो रहा है।
गुणवत्ताविहीन काम हो रहा
वार्ड में अभी तक जो भी कार्य हुआ है वह गुणवत्ताविहीन हुआ है। पाइपलाइन जहां जरूरत है वहां पड़ी ही नहीं है। जिन्होंने कनेक्शन लिया भी है तो उन्हें पानी नहीं मिल रहा है। पानी व सफाई की समस्या को लेकर कई बार शिकायत की गई, लेकिन आज तक कुछ भी नहीं हुआ है।
वार्ड में अभी तक जो भी कार्य हुआ है वह गुणवत्ताविहीन हुआ है। पाइपलाइन जहां जरूरत है वहां पड़ी ही नहीं है। जिन्होंने कनेक्शन लिया भी है तो उन्हें पानी नहीं मिल रहा है। पानी व सफाई की समस्या को लेकर कई बार शिकायत की गई, लेकिन आज तक कुछ भी नहीं हुआ है।
फैक्ट फाइल
– वार्ड क्रमांक – 5
– वार्ड का नाम : स्वामी पूर्णानंद वार्ड
– कुल जनसंख्या : 5931
– अ.जा. की जनसंख्या-94
– अजजा की जनसंख्या-27
– पुरुष जनसंख्या – 2546
– महिला जनसंख्या- 2302 व्यक्तिगत लड़ाई के कारण जनता परेशान हो रही
वार्ड के विकास एवं आम जनता की समस्याओं के लिए महापौर जिम्मेदार हैं। वार्ड की समस्या को लेकर कई बार मुलाकात की गई, लेकिन व्यक्तिगत लड़ाई के कारण वार्ड की जनता का नुकसान हो रहा है। निगम के कर्मचारी दबाव के कारण काम नहीं कर रहे हैं। निगम के जिम्मेदार अधिकारियों का काफी सहयोग है। वार्ड की मूल समस्या नाली, पानी व सड़क है।
भास्कर चतुर्वेदी, वार्ड पार्षद
– वार्ड क्रमांक – 5
– वार्ड का नाम : स्वामी पूर्णानंद वार्ड
– कुल जनसंख्या : 5931
– अ.जा. की जनसंख्या-94
– अजजा की जनसंख्या-27
– पुरुष जनसंख्या – 2546
– महिला जनसंख्या- 2302 व्यक्तिगत लड़ाई के कारण जनता परेशान हो रही
वार्ड के विकास एवं आम जनता की समस्याओं के लिए महापौर जिम्मेदार हैं। वार्ड की समस्या को लेकर कई बार मुलाकात की गई, लेकिन व्यक्तिगत लड़ाई के कारण वार्ड की जनता का नुकसान हो रहा है। निगम के कर्मचारी दबाव के कारण काम नहीं कर रहे हैं। निगम के जिम्मेदार अधिकारियों का काफी सहयोग है। वार्ड की मूल समस्या नाली, पानी व सड़क है।
भास्कर चतुर्वेदी, वार्ड पार्षद
मूलभूत सुविधाएं न होने के कारण हम लोग परेशान हैं। कई बार शिकायत की गई लेकिन समस्या अभी तक समाप्त नहीं हुई है। हम लोगों ने निगम जाकर भी शिकायत की है।
किरफात खान घरों में बरसात के दिनों में कमर तक पानी भर जाता है। बस्ती में नालियां नहीं है। जलावर्धन का पानी नहीं आता है। लिखित शिकायत की गई है।
मो. इसराइल
किरफात खान घरों में बरसात के दिनों में कमर तक पानी भर जाता है। बस्ती में नालियां नहीं है। जलावर्धन का पानी नहीं आता है। लिखित शिकायत की गई है।
मो. इसराइल
लाइट रात को नहीं जलती है जिस कारण परेशानी होती है। कई बार शिकायत करने के बाद भी लाइट नहीं सुधरी है। कर्मचारियों से भी मुलाकात की गई। समस्या का निदान नहीं हुआ है।
सिराजुद्दीन
सिराजुद्दीन
पाइप लाइन बिछने के बाद भी पानी नहीं मिल रहा है। नई जलावर्धन का कनेक्शन भी लिया है। सफाई तो सड़कों व नालियों की होती नहीं है।
सुन्दरलाल चमकेल सड़कों की सफाई कभी-कभी होती है। कई बार कहा गया लेकिन आज तक कोई व्यवस्था नहीं की गई। पेयजल दूर इलाके से लाना पड़ रहा है।
सीमा देवी
सुन्दरलाल चमकेल सड़कों की सफाई कभी-कभी होती है। कई बार कहा गया लेकिन आज तक कोई व्यवस्था नहीं की गई। पेयजल दूर इलाके से लाना पड़ रहा है।
सीमा देवी
नाली नहीं बनी है जिस कारण नाली का पानी सड़कों में आता है। नाली का कचरा सड़क पर फैला देने से भी पुन: कचरा नाली में चला जाता है।
पद्मधर द्विवेदी नालियों की सफाई कभी नहीं होती है। घरों के सामने से निकलने वाली नालियों को मकान मालिकों ने दबा लिया है। नालियों की सफाई नहीं हो पाई है।
सुनील चतुर्वेदी
पद्मधर द्विवेदी नालियों की सफाई कभी नहीं होती है। घरों के सामने से निकलने वाली नालियों को मकान मालिकों ने दबा लिया है। नालियों की सफाई नहीं हो पाई है।
सुनील चतुर्वेदी
कई गलियों में पाइपलाइन नहीं बिछी है जिस कारण पेयजल के लिए दूर इलाके जाना पड़ता है। नाली का निर्माण किये जाने की जरूरत है।
लल्ली कुशवाहा अभी तक हमारे इलाके में पाइपलाइन नहीं बिछी है। सड़क खोदने के कारण कोई भी वाहन निकलता है तो धूल उड़ती है। पाइललाइन का काम अच्छा नहीं है।
इन्द्र प्रसाद सोनी
लल्ली कुशवाहा अभी तक हमारे इलाके में पाइपलाइन नहीं बिछी है। सड़क खोदने के कारण कोई भी वाहन निकलता है तो धूल उड़ती है। पाइललाइन का काम अच्छा नहीं है।
इन्द्र प्रसाद सोनी
हमारे घर के लोग एक किलो मीटर से पानी लाते हैं। हमारे इलाके पानी की कोई भी सुविधा नहीं है। नालियों की सफाई किये जाने की जरूरत है।
नन्दीलाल गौढ़ पानी को लेकर पार्षद व निगम के कर्मचारी से शिकायत की जा चुकी है। गर्मी आते ही हम लोगों को पेयजल के लिए काफी परेशान होने पड़ रहा है।
गुडिय़ा पाठक
नन्दीलाल गौढ़ पानी को लेकर पार्षद व निगम के कर्मचारी से शिकायत की जा चुकी है। गर्मी आते ही हम लोगों को पेयजल के लिए काफी परेशान होने पड़ रहा है।
गुडिय़ा पाठक
हमारे घर के सामने वाले मार्ग की हालत ठीक नहीं होने के कारण काफी दिक्कत होती है। पाइप लाइन गलियों में नहीं बिछने से दिक्कत होती है।
वीरेन्द्र शर्मा
वीरेन्द्र शर्मा