ये भी पढ़ें: खड़े ट्रक में जा घुसी थानेदार की जीप, SI की मौके पर मौत, NH-39 में हुआ भीषण सड़क हादसा इज्जत बची रहे इसलिये किताब खोल कर परीक्षा देने की अनुमति दे दी गई। लेकिन बहुत से शिक्षक इसके बाद भी पास नहीं हुए। इसके बाद इनकी दक्षता उन्नयन कराने प्रशिक्षण दिया गया, और आज पुन: परीक्षा ली गई। लेकिन आप चौंक जाएंगे कि इसके बाद भी शिक्षक अपने से परीक्षा नहीं दे सके। उन्हें परीक्षा कक्ष में किताब खोल कर परीक्षा देने की स्थिति बनी रही।
व्यंकट क्रमांक एक विद्यालय में 30 फीसदी से कम परीक्षा परिणाम वाले विद्यालयों के शिक्षकों की परीक्षा 14 अक्टूबर को आयोजित की गई। परीक्षा में हाई स्कूल, हायर सेकण्डरी और माध्यमिक शाला के शिक्षक शामिल हुए। प्रश्र भी विगत 4 साल के प्रश्र पत्रों से पूछे गये तो माध्यमिक के शिक्षकों से प्रतिभा पर्व के प्रश्र पूछे गए।
ये भी पढ़ें: tiger state MP: सफारी में भूख से मर गया सिंह शावक लेकिन परीक्षा कक्ष का नजारा देख कर शर्मनाक स्थिति नजर आई। आए दिन प्रदर्शन, नारेबाजी के बीच अपनी मांग रखने वाले शिक्षकों की योग्यता का अंदाजा इसी से लग गया जब वे हाल में नकल करके परीक्षा देते नजर आए। हालांकि नकल करना इसमें गुनाह नहीं था। क्योंकि स्कूल शिक्षा विभाग ने इसकी अनुमति दे रखी थी।
ये भी पढ़ें: फसल नुकसान के दावे को प्रशासन ने झुठलाया, रिपोर्ट में लिखा-कोई नुकसान नहीं तो अब होगी कार्रवाईबताया गया है कि दो बार नकल करके परीक्षा पास करने का अवसर मिलने के बाद भी अगर कोई शिक्षक यदि फेल होता है तो उस पर अब स्कूल शिक्षा विभाग सख्त कार्रवाई करेगा।