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जनप्रतिनिधि बोले-शराब दुकान हटवाने कई बार कलेक्टर को कहा पर वे ठेकेदार का नफा देख रहे

locationसतनाPublished: Dec 11, 2019 12:43:33 pm

Submitted by:

suresh mishra

धवारी स्टेडियम के पास शराब दुकान का मामला फिर गरमाया, सतना विधायक ने विधानसभा में मामला उठाने की बात कही

Satna News: The case of liquor shop near Dhawari Stadium heat up again

Satna News: The case of liquor shop near Dhawari Stadium heat up again

सतना/ धवारी स्टेडियम के पास शराब दुकान का मामला एक बार फिर गरमा गया है। हाल में सीएमएचओ डॉ. अशोक अवधिया ने नवनिर्मित जीएनएम कॉलेज भवन के पीछे शराब दुकान होने पर कलेक्टर को पत्र लिखा और इसे हटवाने की मांग की। अब सतना विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा भी शराब दुकान को लेकर मुखर हो गए हैं।
विधायक ने कहा कि छात्राओं की सुरक्षा की दृष्टि से कलेक्टर सतेंद्र सिंह से शराब दुकान हटवाने के लिए कई बार कहा पर कलेक्टर छात्राओं के भविष्य को लेकर गंभीर नहीं हैं। शराब ठेकेदारों का नफा-नुकसान बताकर मामले को टाल रहे हैं। इस कारण बीच शहर स्थित यह शराब दुकान नहीं हट पा रही है। मुझे शराब दुकान हटवाने के लिए मजबूरी में विधानसभा में आवाज उठानी पड़ी है।
कलेक्टर नहीं दिखा रहे रूचि
विधायक कुशवाहा ने कहा कि कलेक्टर से सीएमएचओ कार्यालय परिसर में नव निर्मित जीएनएम कॉलेज भवन के ठीक पीछे संचालित शराब दुकान हटवाने के लिए कहा था। ताकि, प्रदेशभर से नर्सिंग की पढ़ाई करने सतना आई छात्राओं को अध्ययन के अनुकूल वातावरण मुहैया हो सके। इसके अलावा शहर की तीन अन्य शराब दुकानों को हटवाने के लिए भी कलेक्टर से चर्चा की थी।
इन शराब दुकानों के संचालन से आम लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। शहरवासी दुकानों के खिलाफ मुझसे लगातार शिकायतें दर्ज करा रहे हैं। लोगों की परेशानियों को देखते हुए कलेक्टर से दुकान हटवाने को कहा पर उन्होंने इसे गंभीरता से नहीं लिया। कलेक्टर को आम जनता की तकलीफों से ज्यादा ठेकेदार के नफा-नुकसान की चिंता है।
कलेक्टर नहीं सुने तो विस में उठाई आवाज
विधायक ने कहा कि जब कलेक्टर ने नहीं सुना तो मजबूरी में विधानसभा में आवाज उठानी पड़ी। पूछा है कि शैक्षणिक, धार्मिक और बस्तियों के बीच संचालित शराब दुकान हटवाने के लिए प्रशासन क्या कार्रवाई कर रहा है? ऐसी दुकानों को चिह्नित कर कब तक हटाया जाएगा?
शराब से ज्यादा छात्राओं की चिंता हो: पूर्व विधायक
पूर्व विधायक शंकरलाल तिवारी भी शराब दुकान के विरोध में उतरे हैं। उन्होंने कहा कि महिलाओं के उत्पीडऩ के खिलाफ देशभर में आक्रोश है। ऐसे अपराधों की मूल वजह नशा है। किसी भी शैक्षणिक संस्थान के पास शराब की दुकान के संचालन को उचित नहीं ठहराया जा सकता। प्रदेश सरकार को त्वरित कदम उठाते हुए छात्राओं के नर्सिंग कॉलेज के पास से शराब दुकान हटवानी चाहिए। लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा नहीं हो पा रहा। जिम्मेदारों को बेटियों की शिक्षा से ज्यादा राजस्व की चिंता है।
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