यह था मामला
गौरतलब है कि हत्या के प्रयास के प्रकरण में केन्द्रीय जेल सतना में सजा काट रहे कैदी अजय मिश्रा (28) पुत्र गोविंद मिश्रा निवासी सिविल लाइन को तबीयत खराब होने पर जेल प्रबंधन ने 11 अगस्त को भर्ती कराया था। जिला अस्पताल के प्रथम तल पर मौजूद ऑइसोलेशन वार्ड 10 के बेड नं. 22 में कैदी अजय को पेट दर्द व अन्य समस्याओं के चलते रखा गया था। वहां से वह 22 अगस्त के तड़के 3 से 4 बजे के बीच लोहे की आरी से हथकड़ी काटकर फरार हो गया था।
गौरतलब है कि हत्या के प्रयास के प्रकरण में केन्द्रीय जेल सतना में सजा काट रहे कैदी अजय मिश्रा (28) पुत्र गोविंद मिश्रा निवासी सिविल लाइन को तबीयत खराब होने पर जेल प्रबंधन ने 11 अगस्त को भर्ती कराया था। जिला अस्पताल के प्रथम तल पर मौजूद ऑइसोलेशन वार्ड 10 के बेड नं. 22 में कैदी अजय को पेट दर्द व अन्य समस्याओं के चलते रखा गया था। वहां से वह 22 अगस्त के तड़के 3 से 4 बजे के बीच लोहे की आरी से हथकड़ी काटकर फरार हो गया था।
सुबह पांच बजे चला था पता
सुबह पांच बजे उसे दवा देने गई नर्स को सबसे पहले उसके भागने की जानकारी हुई थी। इसके बाद उसने सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों को सूचना दी। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह गौर ने कैदी की निगरानी ड्यूटी पर तैनात प्रधान आरक्षक सर्वेश रावत, आरक्षक प्रशांत परौहा, सुदीप मिश्रा और देवेंद्र सिंह को निलंबित कर दिया था। साथ ही आरोपी की गिरफ्तारी के लिए १० हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया था।
सुबह पांच बजे उसे दवा देने गई नर्स को सबसे पहले उसके भागने की जानकारी हुई थी। इसके बाद उसने सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों को सूचना दी। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह गौर ने कैदी की निगरानी ड्यूटी पर तैनात प्रधान आरक्षक सर्वेश रावत, आरक्षक प्रशांत परौहा, सुदीप मिश्रा और देवेंद्र सिंह को निलंबित कर दिया था। साथ ही आरोपी की गिरफ्तारी के लिए १० हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया था।
सिपाही को मिली सूचना
सूत्रों के अनुसार, आरक्षक वीरेन्द्र कुमार शुक्ला को जब मुखबिर से फरार कैदी के बारे में सूचना मिली तो उसने रक्षित निरीक्षक को खबर दी। इसके बाद सूचना देने वाले को निगरानी में लेते हुए निलंबित आरक्षक प्रशांत परौहा, सुदीप मिश्रा और देवेंद्र सिंह रवाना हुए। गुना जिले के कुभराज थाना क्षेत्र में आरोपी को पकडऩे के बाद उसे थाना कुंभराज में रखा गया है। खबर है कि आरोपी को शरण देने वाला पुलिस से बचकर भाग निकला।
सूत्रों के अनुसार, आरक्षक वीरेन्द्र कुमार शुक्ला को जब मुखबिर से फरार कैदी के बारे में सूचना मिली तो उसने रक्षित निरीक्षक को खबर दी। इसके बाद सूचना देने वाले को निगरानी में लेते हुए निलंबित आरक्षक प्रशांत परौहा, सुदीप मिश्रा और देवेंद्र सिंह रवाना हुए। गुना जिले के कुभराज थाना क्षेत्र में आरोपी को पकडऩे के बाद उसे थाना कुंभराज में रखा गया है। खबर है कि आरोपी को शरण देने वाला पुलिस से बचकर भाग निकला।
पुलिस टीम रवाना
एसपी संतोष सिंह गौर ने बताया कि जो पुलिसकर्मी निलंबित किए गए थे उन्हीं ने आरोपी को तलाश किया है। गुना जिले में आरोपी पकड़ा गया है। जिसे लाने के लिए सतना से पुलिस टीम रवाना की गई है। कल तक टीम कैदी को लेकर सतना लौट आएगी।
एसपी संतोष सिंह गौर ने बताया कि जो पुलिसकर्मी निलंबित किए गए थे उन्हीं ने आरोपी को तलाश किया है। गुना जिले में आरोपी पकड़ा गया है। जिसे लाने के लिए सतना से पुलिस टीम रवाना की गई है। कल तक टीम कैदी को लेकर सतना लौट आएगी।