उचेहरा पुलिस ने आरोपी के खिलाफ डीजे कोर्ट में 72 पृष्ठों (3 पेज का मुख्य चालान, नक्शा, खसरा सहित अन्य दस्तावेज) का आरोप पत्र पेश किया है। अभियोजन का मामला साबित करने के लिए पुलिस ने 27 गवाहों को सूचीबद्ध किया है।
गौरतलब है 1 जुलाई को उचेहरा थाना अंतर्गत परसमनिया में चार साल की मासूम के साथ दुष्कर्म का सनसनीखेज मामला सामने आया था। पुलिस ने आरोपी महेंद्र सिंह गोड़ निवासी पन्ना टोला के विरुद्ध धारा 376 एबी, झ ड ) 376 ए, आइपीसी-5 (झ ड ) 6 व पास्को एक्ट 2012 की धारा 7/8 के तहत मामला दर्ज किया था।
डीएनए रिपोर्ट भी संलग्न
पुलिस ने मामला साबित करने चालान में घटनास्थल से जुटाए साक्ष्य, फॉरेंसिकजांच के अलावा डीएनए रिपोर्ट भी संलग्न की है। नागौद में सुनवाई
बहुचर्चित दुष्कर्म मामले का विचारण नागौद अपर सत्र न्यायालय नागौद में होगा। जिला सत्र न्यायालय द्वारा आगे की सुनवाई के लिए मामले को नागौद न्यायालय भेजा गया है।
पुलिस ने मामला साबित करने चालान में घटनास्थल से जुटाए साक्ष्य, फॉरेंसिकजांच के अलावा डीएनए रिपोर्ट भी संलग्न की है। नागौद में सुनवाई
बहुचर्चित दुष्कर्म मामले का विचारण नागौद अपर सत्र न्यायालय नागौद में होगा। जिला सत्र न्यायालय द्वारा आगे की सुनवाई के लिए मामले को नागौद न्यायालय भेजा गया है।
जब कोर्ट ने कहा, कल करना पेश
जिले में पंचायत और नगरीय निकाय का शुक्रवार को उपचुनाव था, जिसमें बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था। एेसे में दुष्कर्म के आरोपी को पर्याप्त सुरक्षा बल उपलब्ध नहीं हो पा रहा था। देर शाम जब पुलिस द्वारा चालाना पेश किया गया तो कोर्ट ने कहा, आरोपी नहीं है तो चालान भी कल पेश करना। जिसके बाद सख्त सुरक्षा व्यवस्था के बीच आरोपी को कोर्ट में पेश किया गया।
जिले में पंचायत और नगरीय निकाय का शुक्रवार को उपचुनाव था, जिसमें बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था। एेसे में दुष्कर्म के आरोपी को पर्याप्त सुरक्षा बल उपलब्ध नहीं हो पा रहा था। देर शाम जब पुलिस द्वारा चालाना पेश किया गया तो कोर्ट ने कहा, आरोपी नहीं है तो चालान भी कल पेश करना। जिसके बाद सख्त सुरक्षा व्यवस्था के बीच आरोपी को कोर्ट में पेश किया गया।
जांच पूरी करने में लगे एक माह
पुलिस को जांच पूरी करने में 34 दिन का समय लगा। 1 जुलाई को मासूम के साथ दुष्कर्म की वारदात हुई और 2 जुलाई को पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार किया था। विवेचना के बाद 3 अगस्त की शाम जिला सत्र न्यायाधीश डीएन शुक्ला की कोर्ट में चालान पेश किया गया।
पुलिस को जांच पूरी करने में 34 दिन का समय लगा। 1 जुलाई को मासूम के साथ दुष्कर्म की वारदात हुई और 2 जुलाई को पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार किया था। विवेचना के बाद 3 अगस्त की शाम जिला सत्र न्यायाधीश डीएन शुक्ला की कोर्ट में चालान पेश किया गया।