उम्मीद की जा रही थी कि सीआरपीएफ के शहीद जवाव धीरेंद्र त्रिपाठी का पार्थिव शरीर मंगलवार की शाम ही सतना पहुंच जाएगा लेकिन पार्थिव शरीर लखनऊ से ही मंगलवार शाम 6 बजे सड़क मार्ग से सतना के लिए रवाना हुआ था। रात के करीब 2 बजे के आसपास सतना पहुंचा। फिर बुधवार सुबह 6 बजे सीआरपीएफ के जवानों ने बलिदानी धीरेंद्र के पार्थिव शरीर को सुबह करीब 8 बजे सतना के रामपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत पड़िया गांव पहुंचाया।
ये भी पढें- कश्मीर के पुलवामा में शहीद हुए सतना के सपूत, सूचना मिलते ही मचा कोहराम सतना जिले में एक दिन पूर्व से ही जगह- जगह शहीद धीरेंद्र त्रिपाठी को श्रद्धांजलि देने का सिलसिला शुरू हो गया था। बुधवार को शहीद धीरेंद्र का पार्थिव शरीर गांव पहुंचने के पूर्व ही गांव में प्रशासन का बल और सुरक्षा व्यवस्था तगड़ी कर दी गई थी। अंत्येष्टि में मुख्यमंत्री के भी शामिल होने की उम्मीद है। लिहाजा पडिया-खैरा में आइपीएस हितिका वासल के नेतृत्व में भारी पुलिस बल तैनात है। गांव में दोपहर 11 से 12 के बीच शहीद का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। इसके लिए भोपाल से भी सीआरपीएफ के वरिष्ठ अफसर गांव पहुंचे हैं।
आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद हुए सतना के धीरेंद्र त्रिपाठी को अंतिम विदाई देने हजारों की संख्या में लोग उनके गांव में पहुंचे। शहीद को श्रद्धांजली देने प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, मंत्री विश्वास सारंग सहित क्षेत्र के जनप्रतिनिधि और अधिकारी भी पहुंच गए। जहां सीएम ने ऐलान किया कि प्रदेश सरकार की ओर से शहीद की पत्नी को सरकारी नौकरी और 1 करोड़ रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी। साथ ही गाँव मे शहीद की प्रतिमा भी स्थापित की जायेगी।