सतना-बेला मार्ग के किनारे रहने वाले ग्रामीणों की सबसे बुरी स्थिति है। उनके घरों में हाइवे की धूल भर रही है तो दिन-रात धूल फांकने से वे दमा-अस्थमा जैसी बीमारी से ग्रसित हो रहे हैं। ऐसे में आर्थिक नुकसान के साथ जान पर भी बन आती है।
हाइवे किनारे व्यापार करने वाले कारोबारी भी परेशान हैं। धूल के गुबार के कारण उनकी दुकानों में एक परत धूल जम जाती है। ऐसे में सामान तो नष्ट होता ही है, ग्राहकी भी कमजोर होती है।
मैहर मार्ग स्थित एलआईसी के पीछे सड़क व नाली निर्माण न होने से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा। नाली आधी बनी होने से राकेश त्रिपाठी के घर के सामने गंदा पानी इकट्ठा होने से दुर्गंध बनी रहती है। इससे डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया जैसे बीमारी होने का डर बना हुआ है। नगर पंचायत में कई बार सड़क व नाली बनवाने की मांग की जा चुकी है, लेकिन अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे। ऐसे में सीएम हेल्पलाइन में शिकायत दर्ज कराई है।