पीडि़तों ने पुलिस को सूचना दी लेकिन डायल 100 मौके पर पहुंची ही नहीं। गनीमत रही कि रास्ते से गुजर रहे कुछ मीडियाकर्मियों को देख बदमाश भाग निकले वरना गंभीर वारदात हो सकती थी।
ये है पूरा मामला जानकारी मिली है कि रामपुर बाघेलान थाना क्षेत्र के समोगर गांव का रहने वाला महेश कुशवाहा पुत्र राम कृपाल कुशवाहा मुंबई के एक होटल में
काम करता है। वह महानगरी एक्सप्रेस से मुंबई से लौटने के बाद गहरा नाला के पास रहने वाले अपने -साले अंकित कुशवाहा के साथ साइकिल में सवार होकर रेलवे स्टेशन सतना से गहरा नाला की ओर जा रहा था।
अंकित का मोबाइल लूटकर बदमाश भाग निकले रात करीब एक बजे जब दोनों तिवारी टॉवर के पास पहुंचे तभी बाइक पर आए तीन बदमाशों ने साइकिल सवारों को रोक चाकू की नोक पर लूटना शुरू कर दिया। बदमाश युवकों को पीट रहे थे तभी कुछ मीडियाकर्मी मौके से गुजरे। जिन्हे देख अंकित का मोबाइल लूटकर बदमाश भाग निकले। इस बीच महेश ने अपने मोबाइल फोन से डायल 100 को खबर दी।
एफआरवी 21 को घटना की सूचना लेकिन काफी इंतजार के बाद भी जब पुलिस नहीं पहुंची तो पीडि़त अपने घर चले गए। जानकारी जुटाने पर यह बात सामने आई है कि एफआरवी 21 को घटना की सूचना मिली थी। लेकिन लापरवाह पुलिस घटना स्थल पर समय रहते नहीं पहुंची। जब आला अफसरों ने जबाव तलब किया तो मौजूद स्टाफ ने अधिकारियों को गुमराह कर दिया। ये एक दिन की बात नहीं है बल्कि आए दिन इस तरह के केस सतना पुलिस के सामने आते है। फिर भी जिम्मेदार अधिकारी इस ओर गौर नहीं करते है।