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सतना रोजगार मेला: नौकरी की उम्मीद लेकर पहुंचे युवाओं को मेले में मिली निराशा

locationसतनाPublished: Jan 19, 2020 04:25:12 pm

Submitted by:

suresh mishra

अव्यवस्थाओं और अपर्याप्त अवसरों के कारण खाली हाथ लौटे युवा, बेरोजगार बोले- रोजगार से ज्यादा राजनीति से प्रेरित है कार्यक्रम

Satna Rojgar Mela: Youth gets disappointed in Rojgar Mela

Satna Rojgar Mela: Youth gets disappointed in Rojgar Mela

सतना/ बीटीआई ग्राउंड में शनिवार को आयोजित रोजगार मेले में बेरोजगारों को निराशा ही हाथ लगी। मेले में युवा बड़ी उम्मीद लेकर पहुंचे पर अव्यवस्थाओं व अपर्याप्त अवसरों के चलते उन्हें निराश होकर लौटना पड़ा। रोजगार नहीं मिलने पर गुस्साए युवकों ने इसे राजनीतिक मंच करार देते रोजागर के नाम पर युवाओं से छलावा बताया। दरअसल, एनएसडीसी (नेशनल स्किल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन) द्वारा आयोजित मेले में 10 हजार युवाओं के पहुंचने का दावा किया गया था। 5788 युवाओंं ने पंजीयन कराया था। इनमें से 621 लोगों को मौके पर ऑफर लेटर दिया गया जबकि 3261 युवा मेले में शामिल हुए। 48 कंपनियों ने शार्टलिस्ट कर जरूरत अनुसार बाद में कॉल करने का भरोसा दिया है।
कंपनी के अधिकारी भी नाराज
सतना नदी के पास रहने वाले प्रतीक ने बताया कि मैं ग्रेजुएट हूं। सुबह 11 बजे आ गया था, लेकिन यहां इतनी भीड़ में लगता नहीं कुछ हो पाएगा। भीड़भाड़ के चलते मेले में हुई अव्यवस्था को लेकर एनएसडीसी के अधिकारी भी निराश थे। वे खुलकर तो कुछ भी कहने को तैयार नहीं हुए, यह जरूर माना कि मेले में इतने लोग आ जाएंगे, उम्मीद नहीं थी। अन्यथा और इंतजाम करते।
आवेदन लेने से इनकार
मेले का शुभारंभ सुबह 11 बजे के करीब हुआ। दोपहर एक बजे के आसपास ही कुछ कंपनियों ने यह कहकर आवेदन लेने से इनकार कर दिया कि हमारे पास जितने पद हैं उससे कई गुना आवेदन आ चुके हैं। पुरुष-महिला व दिव्यांगों के लिए अलग-अलग 15 पंजीयन काउंटर थे, लेकिन सबमें लंबी कतारें लगी रहीं। कुछ महिलाएं तो छोटे-छोटे बच्चों को लेकर आईं थी, लिहाजा उन्हें खासी परेशानी हुई। थाने के ठीक सामने हुए इस सार्वजनिक कार्यक्रम की सुरक्षा व्यवस्था निजी एजेंसी को सौंपी गई थी। लिहाजा, पुलिस ने भी ने सक्रियता नहीं दिखाई।
बयां किया दर्द
सुबह 11.30 बजे मेले में पहुंच गया था। शाम 4.30 बजे इंटरव्यू के बाद 4 हजार रुपए महीने का जॉब ऑफर किया गया हैै। काम मार्केटिंग का है। इतनी कम सेलरी में कैसे काम कर सकते हैं।
राकेश साहू, करसरा
मेरा स्नातक व आईटीआई कंपलीट है। प्रधानमंत्री कौशल विकास केन्द्र से तीन महीने का प्रशिक्षण भी लिया है। पिछली बार टाटा कंपनी में सिलेक्शन हुआ था, लेकिन एक साल बाद बिना कुछ बताए काम से निकाल दिया। डर लग रहा फिर से तो ऐसा नहीं होगा।
शिवनारायण, रैगांव
ग्रेजुएशन व आईटीआई कंपलीट है। आवेदन कर दिए हैं। साक्षात्कार का इंतजार कर रहे हैं। इतनी भीड़-भाड़ में कुछ खास हो पाएगा, संभव नहीं लगता। रोजगार तो ठीक है। काम के हिसाब से सेलरी भी तो मिलनी चाहिए।
मेघराज प्रजापति, रामपुर बाघेलान
रीवा से लॉ कर रहा हूं। आईटीआई भी है। सोचा कि कोई अच्छी कंपनी मिल जाएगी तो ज्वाइन कर लूंगा, लेकिन यहां सब बकवास लग रहा है। किराया भाड़ा लगाकर आए हैं तो इंटरव्यू तो देंगे ही।
संजय कुशवाहा, रामपुर बाघेलान
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