आजाक्स हॉस्टल के एक कमरे में चार से पांच विद्यार्थी रहते हैं, लेकिन टेबिल कुर्सी एक-एक ही उपलब्ध कराई गई जिस कारण पढ़ाई करने में परेशानी होती है। विद्यार्थियों की मानें तो यहां अलग-अलग कॉलेज व स्ट्रीम के विद्यार्थी हैं। लिहाजा, उनका स्लेबस भी अलग है, ऐसे में एक साथ बैठकर पढ़ाई करने में परेशानी होती है। सबके लिए अलग-अलग डेस्क होनी चाहिए।
आदर्श नगर में ही सीनियर बालक छात्रावास है। इसमें विभिन्न हाईस्कूलों व हायर सेकेंडरी में पढऩे वाले एससी-एसटी वर्ग के करीब 55 विद्यार्थी रहते हैं। उनके सहयोग के लिए करीब आधा दर्जन कर्मचारी भी हैं, लेकिन कमरे की साफ-सफाई बच्चों को ही करनी पड़ती है। बताया कि सफाई कर्मी सुबह आते हैं, लेकिन बाहर झाडू लगाकर चले जाते हैं। कमरे का झाड़ू पोछा खुद करना पड़ता है।