विपरीत स्थितियों में भी बनाया रिकॉर्ड मिली जानकारी के अनुसार सतना जिला कृषि उत्पादन के मामले में तेजी से आगे बढ़ता जा रहा है। हालांकि इस बार सतना जिले में गेहूं की खरीदी काफी विपरीत परिस्थितियों के बीच हो रही है। जिले में भण्डारण व्यवस्था शुरुआती दौर से ही काफी कम थी। आंकलित उत्पादन के विरुद्ध जिले में भंडारण स्थल की काफी कमी थी। 80 हजार मीट्रिक टन का लगभग भण्डारण स्थल घट रहा था। ऐसी विपरीत स्थिति में जिला प्रशासन और खरीदी एजेंसिंयों के लिये गेहूं खरीदी बड़ा चैलेंज था। लेकिन नियोजित प्लानिंग का असर यह रहा कि अभी तक सतना जिले में 2.95 लाख टन गेहूं की खरीदी हो चुकी है।
यह है पिछली खरीदी की स्थिति गत वर्षों की गेहूं खरीदी की स्थिति पर अगर गौर करें तो 2019 में 2.47 लाख टन गेहूं खरीदी हुई थी, 2018 में 2.25 लाख मीट्रिक टन तथा 2017 में खरीदी की स्थिति 2.27 लाख टन गेहूं खरीदी हुई थी। लेकिन इस बार की खरीदी इनसे काफी ज्यादा हो चुकी है। अभी खरीदी का आंकड़ा अंतिम तिथि तक और बढ़ेगा।
विवाद विहीन खरीदी था चैलेंज इस मामले में जिला विपणन अधिकारी ने बताया कि इस बार 61 हजार किसानों के पंजीयन हुए थे। जो कि गत वर्ष से कम थे। लेकिन इसके बाद भी 45 हजार किसानों से खरीदी हो चुकी है। लॉकडाउन के दौरान इस बार एसएमएस व्यवस्था के तहत खरीदी की जानी थी। ऐसे में खरीदी अपने आप में चैलेंज था। लेकिन बिना विवाद खरीदी होना अपने आप में उपलब्धि है।
” सतना जिले ने इस वर्ष गेहूं खरीदी का रिकार्ड तोड़ दिया है। इतना ही नहीं रीवा संभाग में हमने सबसे ज्यादा गेहूं की खरीदी की है। यह आंकड़े अभी और बढ़ेंगे। ” – अजय कटेसरिया, कलेक्टर