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कश्मीर के पुलवामा में शहीद हुए सतना के सपूत, सूचना मिलते ही मचा कोहराम

locationसतनाPublished: Oct 06, 2020 05:29:33 pm

Submitted by:

Ajay Chaturvedi

-रोड ओपनिंग आपरेशन के दौरान आतंकियों के हमले का हुए शिकार-गांव के लोग स्तब्ध

सीआरपीएफ जवान शहीद धीरेंद्र त्रिपाठी (फाइल फोटो)

सीआरपीएफ जवान शहीद धीरेंद्र त्रिपाठी (फाइल फोटो)

सतना. काश्मीर के पुलवामा में रोड ओपनिंग ड्यूटी के दौरान आतंकियों के हमले में सीआरपीएफ के 2 जवान शहीद हो गए। इनमें से एक सतना के सपूत धीरेंद्र त्रिपाठी हैं। 32 वर्षीय धीरेंद्र के शहीद होने की सूचना मिलते ही परिवार के साथ पूरे गांव में सियापा पसर गया। हर कोई इस युवा जाबांज को याद कर सिहर उठा। लोगों की आंखें नम हो गईं। परिवार वालों पर तो मानों गम का पहाड़ ही टूट पड़ा।
बता दें कि सीआरपीएफ 110 बटालियन के जवान पुलिस के जवानों के साथ कांधीजाल पुल के पास रोड ओपनिंग आपरेशन में जुटे थे, तभी आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी। आतंकियों के इस हमले 5 जवान घायल हो गए। इन सभी जवानों को सेना के 92 बेस अस्पताल पहुंचाया गया जहां डॉक्टरों ने दो जवानों को मृत घोषित कर दिया। इनमें सतना जिले के रामपुर बाघेलान थाना क्षेत्र के पडिय़ा की माटी का लाल धीरेन्द्र त्रिपाठी (32) भी शामिल थे। जवान की शहादत की खबर सीआरपीएफ ने उनके पिता रामकलेश त्रिपाठी को फोन पर दी। रामलेश केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल में ही सहायक उपनिरीक्षक के पद पर कार्यरत हैं। फिलहाल उनकी पोस्टिंग बालाघाट में हैं।
उधर, गांव में शहीद की मां उर्मिला त्रिपाठी और परिवार के लोग रहते हैं। उन्हें शहादत की जानकारी मिली तो मातम पसर गया। शहीद के परिवार में मां के अलावा पत्नी साधना त्रिपाठी, 3 वर्ष का बेटा कान्हा और छोटी बहन रेनू त्रिपाठी हैं। धीरेन्द्र का विवाह 4 वर्ष पूर्व रीवा के रायपुर कर्चुलियान में हुआ था।
रविवार शाम को मां से आखिरी बात

धीरेन्द्र की पोस्टिंग एक माह पूर्व ही पुलवामा में हुई थी, वह छुट्टी बिताने के बाद 22 दिन पूर्व कश्मीर के लिए रवाना हुए थे। रविवार शाम को फोन पर मां से आखिरी बार बात हुई थी, तब मां के स्वास्थ्य की जानकारी ली थी।

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