कहने को तो सतना से भोपाल के लिए चार ट्रेनों का संचालन होता है। लेकिन यात्रा बड़ी मशक्कत में ही होती है। इसका सबसे बड़ा कारण कि रेवांचल एक्सप्रेस रीवा से ही पैक आती है। वहीं इलाहाबाद की ओर आने वाली कामायनी एक्सप्रेस खचाखच भरी रहती है। जबकि क्षिप्रा एक्सप्रेस और रीवा-इंदौर सप्ताहिक ट्रेन है इसलिए सुगम यात्रा सफल नहीं हो पाती है।
होली, दिवाली, रक्षाबंधन आदि त्योहारों पर सतना आने के लिए रेवांचल एक्सप्रेस में वेटिंग ३00 से ४00 के बीच रहती है। इसी तरह से एसी 3 में वेटिंग 15 से 20 के बीच है। लंबी वेटिंग को देखते हुए रेलवे ने इस बार तीन महीने पहले ही रीवा के लिए स्पेशल चलाने का शेड्यूल जारी कर दिया था। जबकि बसों में भी एडवांस बुकिंग के यही हालात रहते है।
विंध्यवासियों को राजधानी भोपाल पहुंचने के लिए सिर्फ एक ट्रेन ही सहारा है। जिसमें वर्षों से हजारों यात्री जान हथेली में रखकर यात्रा करते है। एकलौती ट्रेन होने के कारण इस कदर भीड़ होती है कि सूई अगर गिर जाए तो नीचे पहुंचना मुनासिब होगा। त्योहारों में तो यात्रियों की शामत ही आ जाती है। हालांकि रेलवे द्वारा 10 से 15 दिनों के लिए त्योहार स्पेशल ट्रेन चलाई जाती है फिर भी सभी यात्री सुगम यात्रा नहीं कर पाते है।
11072 कामायनी एक्सप्रेस STA 22:50 BPL 07:35 08:45 Y Y Y Y Y Y Y 2A 3A SL