इसका निर्माण दिसंबर 2015 से शुरू हुआ था। ठेका कंपनी को मार्च 2018 तक निर्माण कार्य पूरा करना था, लेकिन कुछ अड़चनों के चलते 3 माह का एक्सटेंशन दे दिया गया। तय अवधि से तीन माह पीछे चल रहे ब्रिज को 30 जून तक आवागमन के लिए खोल दिया जाएगा। यदि एेसा हुआ तो बारिश के दौरान नदी में उफान आने से सतना-उचेहरा सड़क मार्ग बंद नहीं होगा।
ये है मामला
गौरतलब है, साल 2016 की जुलाई में दो बार हुई भारी बारिश के चलते नदी में आई बाढ़ ने पुराने पुल को डुबो दिया था। पुल में पानी होने से उचेहरा व मैहर सहित कई गांवों का सड़क सम्पर्क जिला मुख्यालय से टूट गया था। जानकारों के अनुसार, सतना नदी के उफान में आने के बाद भी अब सड़क यातायात बंद नहीं होगा क्योंकि नया ब्रिज पुराने से तीन मीटर ऊंचा बनाया गया है।
गौरतलब है, साल 2016 की जुलाई में दो बार हुई भारी बारिश के चलते नदी में आई बाढ़ ने पुराने पुल को डुबो दिया था। पुल में पानी होने से उचेहरा व मैहर सहित कई गांवों का सड़क सम्पर्क जिला मुख्यालय से टूट गया था। जानकारों के अनुसार, सतना नदी के उफान में आने के बाद भी अब सड़क यातायात बंद नहीं होगा क्योंकि नया ब्रिज पुराने से तीन मीटर ऊंचा बनाया गया है।
अभी पुराने पुल में बचा है दमखम
नए ब्रिज से यातायात शुरू होने के बाद भी सतना नदी पर मौजूद पुराना पुल बंद नहीं किया जाएगा। ब्रिज कॉर्पोरेशन के जानकारों के अनुसार एमपीआरडीसी ने वर्ष 2014 में पुल की ग्राउंटिंग (मसाला भर कर मजबूती देना) कराई थी। ग्राउंटिंग के समय जांच के दौरान एमपीआरडीसी के इंजीनियर ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया था कि पुल आवागमन के लिए अभी 20-25 साल तक पूरी तरह फिट है। हालांकि पुल में रेलिंग नहीं होने से यह आवागमन के लिए सुरक्षित नहीं रह गया।
नए ब्रिज से यातायात शुरू होने के बाद भी सतना नदी पर मौजूद पुराना पुल बंद नहीं किया जाएगा। ब्रिज कॉर्पोरेशन के जानकारों के अनुसार एमपीआरडीसी ने वर्ष 2014 में पुल की ग्राउंटिंग (मसाला भर कर मजबूती देना) कराई थी। ग्राउंटिंग के समय जांच के दौरान एमपीआरडीसी के इंजीनियर ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया था कि पुल आवागमन के लिए अभी 20-25 साल तक पूरी तरह फिट है। हालांकि पुल में रेलिंग नहीं होने से यह आवागमन के लिए सुरक्षित नहीं रह गया।
दो सार्वजनिक स्थल फंसने से हुई देरी
जानकारों के मुताबिक, ब्रिज निर्माण का काम तय समय मार्च में ही पूरा हो जाता लेकिन साइट में दो सार्वजनिक स्थल फंसने ने तीन माह की बेवजह देरी हो गई। ब्रिज के उचेहरा छोर पर एक छोटा मंदिर व यात्री प्रतीक्षालय सड़क की जद में आ रहे हैं। ठेकेदार मंदिर व प्रतीक्षालय को पास में ही शिफ्ट करा रहा है। इस समय मंदिर का निर्माण कराया जा रहा है।
जानकारों के मुताबिक, ब्रिज निर्माण का काम तय समय मार्च में ही पूरा हो जाता लेकिन साइट में दो सार्वजनिक स्थल फंसने ने तीन माह की बेवजह देरी हो गई। ब्रिज के उचेहरा छोर पर एक छोटा मंदिर व यात्री प्रतीक्षालय सड़क की जद में आ रहे हैं। ठेकेदार मंदिर व प्रतीक्षालय को पास में ही शिफ्ट करा रहा है। इस समय मंदिर का निर्माण कराया जा रहा है।
ब्रिज तैयार हो गया है। उसमें सीसी सड़क बनाने का काम चल रहा है। 30 जून तक नए ब्रिज से आवागमन शुरू करा दिया जाएगा।
इंजी. एलके पयासी, साइट इंचार्ज
इंजी. एलके पयासी, साइट इंचार्ज