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Republic Day 2020: देशभक्ति का जज्बा ऐसा…डीजे और रैपर सांग को छोड़ 27 बच्चों ने उठाया बैंड

locationसतनाPublished: Jan 24, 2020 06:49:31 pm

Submitted by:

suresh mishra

– ग्रामीण बच्चों के बैंड की धुन पहुंची शहर, देशभक्तों को खींच लाती है पुलिस परेड ग्राउंड- कुछ अलग करने की तमन्ना से बनी बच्चों की अपनी पहचान- आज गर्व महसूस कर रहे बच्चों के माता-पिता- बीटिंग रिट्रीट: कलेक्टर और एसपी से लेकर शहरवासी हुए बैंड पर मुरीद – सेंट क्लारेट स्कूल बरा कला कोठी ने बनाया अनोखा बैंड

Satna unique band Story: 27 children formed band for Republic Day 2020

Satna unique band Story: 27 children formed band for Republic Day 2020

सतना. 21वीं सदी में जहां बच्चों का रूझान डीजे और रैपर सांग की ओर बढ़ रहा है। वहीं कुछ समाज में ऐसे भी बच्चे है जो लोगों में देशभक्ति जगाने के उददेश्य से बैंड को ही फैशन में अपना लिया है। उनके बैंड की धुन इन दिनों गांव से निकलकर शहर तक पहुंच गई है। बीटिंग रिट्रीट प्रोग्राम में बैंड की धुन को सुनने के बाद लोग अपने आपको गर्व महसूस करते है। स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्रता दिवस पर पुलिस परेड ग्राउंड में आयोजित होने वाले मुख्य समारोह में कलेक्टर और एसपी से लेकर शहरवासी बैंड के मुरीद हो गए है। यहां तक की शहर के हर एक बड़े सरकारी आयोजन में इसी बैंड की गूंज सुनाई देती है।
कैसे हुई बैंड की शुरुआत
बच्चों ने बताया कि सेंट क्लारेट स्कूल बरा कला कोठी में अनोखे बैंड की नींव प्रिंसिपल फादर अनीस, एडमिनिस्टेटर फादर मनू और मैनेजर फादर जार्ज ने रखी थी। उन्होंने बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ कुछ अलग सिखाने की तमन्ना को लेकर केरल से केके वर्गिस नाम के बैंड टीचर को हायर किया था। जो करीब दो वर्ष पहले स्कूल आए और ड़ेढ महीने में बच्चों को बैंड सिखाया। शुरूआती दौर में हालांकि बच्चों के पैरेंटस और खुद बच्चों ने विरोध किया। लेकिन एक्सट्रा क्लास लगाकर बच्चों को बैंड सिखाया गया। इस दौरान बच्चे धूप में खड़े-खड़े काले भी पड़ गए। इफोनियम बजाते समय मुंह भी सूझ आया। फिर भी बच्चों ने हार नहीं मानी और आज स्कूल से लेकर खुद बच्चे और माता-पिता भी गर्व महसूस करते है।
10 लाख के उपकरणों से हुई बैंड की शुरूआत
पुलिस परेड ग्राउंड बच्चों को लेकर पहुंचे टीचर जित्तू का कहना है कि 10 लाख के उपकरणों से बैंड की शुरूआत हुई थी। बैंड का प्रशिक्षण 27 बच्चों को दिया गया था। जो कोठी और जैतवारा के आसपास के थे। सात बच्चों वाली लाइन की चार रो होती है। जिसमे दल की पहली रो में कमांडिग स्टीक लिए तीन टीम लीडर होते है। सर्कल वेस, इफोनियम, ट्रंपेड, साइड ड्रम, सिंबल, बेस ड्रम जैसे बैंड के उपकरण बच्चे बजाकर राष्ट्रीय कार्यक्रमों में चार-चांद लगा देते है।
बैंड के बच्चे निकालते है 15 से 20 धुन
रिहर्सल करने पहुंचे बच्चों का कहना है कि गणतंत्रता दिवस की परेड में जनरल स्लूट से बैंड की ओपनिंग होती है। फिर स्लो मार्च, नेशनल एंथम, नेशनल सांग, मनमोहक धुनों पर मार्च, परेड सलामी और पीटी सहित 15 से 20 धुन बजाते है।
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