संसाधनों की कमी कलेक्टर सतेन्द्र सिंह ने जारी निरीक्षण आदेश में कहा है कि पीएचसी और सीएचसी में हो रहे नसबंदी आपरेशन और डिलेवरी में कुछ समस्याएं प्रकाश में आई हैं। पाया गया है कि यहां जनरेटर एवं इन्वर्टर खराब स्थिति में हैं। मरीजों के लिये आवश्यकतानुसार पलंग, गद्दे आदि कम संख्या में हैं। व्यवस्थाओं में सुधार आवश्यक है। अव्यवस्थाओं में बिरसिंहपुर स्वास्थ्य केन्द्र में आपरेशन के दौरान आई समस्याओं का उल्लेख किया है। जैसे बिजली का न रहना तथा इस स्थिति में वैकल्पिक व्यवस्था उपलब्ध न होना प्रकाश में आया है।
यह तय की एसडीएम की जिम्मेदारी जारी आदेश में कलेक्टर ने कहा है कि एसडीएम की जिम्मेदारी है कि वे अपने क्षेत्र के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों का समय समय पर निरीक्षण करते रहें। उनमें मिलने वाली कमियों की पूर्ति के प्रयास करें। आगामी दो दिनों में एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार अपने-अपने क्षेत्र के पीएचसी और सीएचसी का अनिवार्य रूप से निरीक्षण करें। यहां जो भी कमियां है तथा जो आवश्यकताएं हैं उसकी जानकारी तैयार कर प्रतिवेदन ६ दिसंबर तक प्रस्तुत करें। उप स्वास्थ्य केन्द्रों का भी समय समय पर निरीक्षण किया जाए।
ऑपरेशन के दौरान बिजली गुल न हो कलेक्टर ने कहा है कि स्वास्थ्य केन्द्र जहां डिलेवरी तथा नसबंदी आपरेशन होते हैं वहां का कार्यक्रम बीएमओ से समय पर लेकर सुनिश्चित किया जाए कि ऑपरेशन के दौरान बिजली गुल न हो तथा बिजली की वैकल्पिक व्यवस्था की जाए। शिविरों की जानकारी बिजली विभाग को उपलब्ध कराई जाए ताकि उस दौरान निर्बाध विद्युत आपूर्ति बनाई जा सके।
एसडीएम ने शुरू किया निरीक्षण कलेक्टर के आदेश पर कई एसडीएम अपने क्षेत्र के स्वास्थ्य केन्द्रों का निरीक्षण भी किया। नागौद एसडीएम दिव्यांक सिंह ने तहसीलदार के साथ सीएचसी नागौद का विस्तृत निरीक्षण कर यहां की कमियां और आवश्यकताएं चिन्हित कीं। मझगवां एसडीएम एचके धुर्वे ने मझगवां स्वास्थ्य केन्द्र का निरीक्षण किया तो एसडीएम अमरपाटन धीरेन्द्र सिंह ने सिविल अस्पताल अमरपाटन का जायजा लिया। एसडीएम संस्कृति शर्मा ने उचेहरा सीएचसी का जायजा लिया।