जानकारी के मुताबिक वार्ड 39 विंध्यनगर रोड निवासी मीना सिंह (परिवर्तित नाम) ने बैढ़न कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई है कि एनसीएल सिंगरौली में कार्यरत अधिकारी ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह निवासी बैढ़न हाल मुकाम सी टाइप 24 एनसीएल कॉलोनी ने वर्ष 2013 में अपने पुत्र संदीप सिंह की शादी बैढ़न निवासी मीना सिंह के साथ किया था। शादी के कुछ साल बाद मीना को पता चला कि उसके पति संदीप की शादी इससे पहले झारखंड निवासी ईसाई धर्म के आसमानी ओलिव पिता एल्वाहे हे मरम से हो चुकी है और उसे एक बेटा भी हुआ है।
आरोपी संदीप सिंह की पहली पत्नी के बारे में पता चलते ही उसकी दूसरी पत्नी मीना सिंह शादी में दिए गए 15 लाख नगद, सोने चांदी और हीरे के जेवर सहित दहेज में दी गई स्कार्पियो कार वापस करने की मांग करने लगी। जिसके बाद संदीप और उसके घर वालों ने उसे धमकी देकर प्रताडि़त करने लगे। प्रताडि़त करने की सूचना उसने अपने मायके पक्ष को दी। जिसके बाद मायका पक्ष के लोगों ने मीना को थाने ले जाकर इस मामले की शिकायत दर्ज कराई।
पीड़िता के मुताबिक आरोपी संदीप सिंह एक इंजीनियर था। उसकी पोस्टिंग पूर्व में संभलपुर में थी एवं शादी के बाद उसकी नौकरी शिपिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया में मरीन इंजीनियर के पोस्ट पर हो गई। जिसके बाद से वह कई महीनों तक घर नहीं आता था। इतना ही नहीं वह दूसरी पत्नी को मुंबई में शिफ्ट भी नहीं कर रहा था। जिस पर पीडि़ता को शक हुआ और उक्त बातों को अपने मायका पक्ष
को बताई।
पीडि़ता के मायका पक्ष के लोग मुंबई पहुंचकर आरोपी संदीप सिंह की पहली पत्नी से मुलाकात की और उसे हकीकत बताया। पहले तो संदीप की पहली पत्नी को भी इस पर विश्वास नहीं हुआ। लेकिन सच्चाई जानने के बाद उसे भी महसूस हुआ कि कहीं न कहीं आरोपी संदीप सिंह चोरी छिपे दूसरी शादी कर उसे भी धोखा दिया है। फिलहाल अभी तक इस मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी है।
मनीष त्रिपाठी, कोतवाली टीआई