ऐसे चुनें विषय
10वीं में उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं की आइएएस, इंजीनियर, डाक्टर, सीए एवं प्रोफेसर आदि बनने की चाहत है। लेकिन, अब आगे की पढ़ाई के लिए सही सब्जेक्ट का चयन ही उनके सपने को पूरा कर सकता है। 10वीं के बाद विद्यार्थी जो सब्जेक्ट चयन करता है, वह उसके कॅरियर को बनाता है। ऐसे में दसवीं में सब्जेक्ट चुनना भी बड़ी चुनौती है।
अधिकतर विद्यार्थी इस असमंजस में रहते हैं कि वे कौन-सा सब्जेक्ट चुनें, जिससे उन्हें करियर के लिए बेहतर अवसर मिल सकें। गरीब तबके का छात्र भी अपनी रुचि का सब्जेक्ट चुनता है तो उसमें वह बेहतर परफार्मेंस कर पाता है। प्रतिभावान छात्रों के लिए 12वीं के बाद उच्च शिक्षा की पढ़ाई के लिए स्कालरशिप के द्वार खुल जाते हैं।
सब्जेक्ट चुनने से पहले इनका रखें ख्याल
– विषय का चयन करते समय अपने पालक, शिक्षक और बड़ों की सलाह अवश्य लें
– विषय के बारे में अपनी ताकत, कमजोरी, संभावनाएं और खतरों के आधार पर अपना आकलन करें।
– विषय चयन में अपनी रुचि पर विशेष ध्यान दें
– अच्छे स्कोप के चक्कर में ऐसा सब्जेक्ट न चुनें, जिसमें बिल्कुल भी रुचि न हो
– सलाह लें, लेकिन कंफ्यूज न हों, अपनी बुद्धि और विवेक का इस्तेमाल करना जरूरी है
– अगर आप कुछ भी निर्णय नहीं कर पा रहे हैं तब कैरियर काउंसलर की मदद लें
दोस्तों को देखकर न लें फैसला
कई छात्र दोस्तों की देखादेखी में सब्जेक्ट चुन लेते हैं, जो बाद में उनके लिए सिरदर्द बन जाता है। पढ़ाई तो चौपट होती ही है, कॅरियर खुद-ब-खुद खराब हो जाता है। ऐसे में छात्रों को खुद पर भरोसा कर कदम उठाना चाहिए।