न्यूनतम तापमान 5 डिग्री से नीचे जाते ही खेतों में पड़ी ओस की बूंदें जम गईं। सुबह जब कड़ाके की ठंड के बीच लोगों की नींद खुली तो खेत और खलिहानों में घास के ऊपर बर्फ की सफेद चादर जमी नजर आई। दिसंबर के तीसरे सप्ताह में गिरी रिकार्ड तोड़ ठंड से जनजीवन कराह उठा है।
अलाव जलाना भूला निगम
कड़ाके की ठंड में पूरा शहर ठिठुर रह है, लेकिन निगम प्रशासन सार्वजनिक स्थलों पर अलवा की व्यवस्था नहीं कर सका। जानेलवा ठंड के बीच शहर में अलाव की व्यवस्था नहीं होने से सार्वजनिक स्थलों पर लोग घास फूस जलाकर ठंड से बचने का प्रयास कर रहे हैं। निगम सूत्रों ने बताया कि निगमायुक्त के निर्देश पर शहर में अभी तक सिर्फ पांच स्थलों पर ही निगम द्वारा अलाव की व्यवस्था की गई है। इसमें बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, अस्पताल परिसर तथा दो रैन बसेरे शामिल हैं।
कड़ाके की ठंड में पूरा शहर ठिठुर रह है, लेकिन निगम प्रशासन सार्वजनिक स्थलों पर अलवा की व्यवस्था नहीं कर सका। जानेलवा ठंड के बीच शहर में अलाव की व्यवस्था नहीं होने से सार्वजनिक स्थलों पर लोग घास फूस जलाकर ठंड से बचने का प्रयास कर रहे हैं। निगम सूत्रों ने बताया कि निगमायुक्त के निर्देश पर शहर में अभी तक सिर्फ पांच स्थलों पर ही निगम द्वारा अलाव की व्यवस्था की गई है। इसमें बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, अस्पताल परिसर तथा दो रैन बसेरे शामिल हैं।
सार्वजनिक स्थलों पर रात गुजारने वालों का कहना है कि बस स्टैंड एवं रेलवे स्टेशन में निगम प्रशासन अलाव के लिए इतनी लकड़ी नहीं दे रहा कि रात कट सके। जगतदेव तालाब में मंदिर के नीचे दर्जनों बेसहारा बुजुर्ग पेड़ के नीचे रहते हैं। लेकिन, निगम द्वारा अभी तक जगतदेव तालाब में अलाव की व्यवस्था नहीं की गई है।