मिली जानकारी के मुताबिक जिला अस्पताल का लेबर रूम लंबे समय से जर्जर बिल्डिंग पर लग रहा था। कुछ माह पहले तत्कालीन कलेक्टर अभिषेक सिंह ने छत का मरम्मतीकरण करने के निर्देश भी दिए थे। लेकिन जिम्मेदार विभाग ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। नतीजन बुधवार की सुबह ओपीडी के समय अचानक लेबर रूम का प्लास्टर टूट कर गिर गया। प्लास्टर गिरने के बाद लेबर रूम में भगदड़ की स्थितियां बन गई। जब तक लोग कुछ समझ पाते तब तक लोग अस्पताल से निकलकर बाहर भागने लगे। तुरंत जिम्मेदारों को सूचना दी गई।
जानकारी के बाद सिविल सर्जन सहित अन्य स्टाप मौके पर पहुंचकर मलबे को बाहर निकलवाते हुए महिला सिक्योरिटी गार्ड सहित चार अन्य घायलों का प्राथमिक उपचार कराया। तब जाकर लोगों ने राहत की सांस ली। सूत्रो की मानें तो जिस समय हादसा हुआ है उस दौरान महिला चिकित्सक गर्भवती महिलाओं का स्वास्थ परीक्षण कर रही थी। गनीमत थी कि कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ नहीं जिला प्रशासन हाथ मलता रह जाता।