इस तरह हुई गायब एसपी ने बताया, 5 जनवरी को नौवीं में पढऩे वाली नाबालिग लड़की अपनी मां के साथ जैतवारा गई थी। जहां से वह लापता हो गई। तलाश के बाद परिजनों ने उसकी रिपोर्ट 9 जनवरी को थाना में दर्ज कराते हुए कुछ संदेहियों के नाम बताए। संदेहियों से पूछताछ की गई लेकिन बालिका का कोइ्र सुराग नहीं मिला। आइपीसी की धारा 363 के तहत अपहरण का मामला दर्ज कर विवेचना चल रही थी कि लापता लड़की की मां ने फोन आने की बात पुलिस को बताई। एेसे में पुलिस टीम सक्रिय हुई और टीम हीरापुर जिला सागर में दबिश देकर अपहृता को बरामद कर लिया।
पीडि़ता ने सुनाई आपबीती अपने घर लौटी नाबालिग लड़की से जब पुलिस ने पूछताछ की तो उसने बताया, शेषमणि डोहर पुत्र अच्छेलाल डोहर (25) निवासी कोनिया थाना जैतवारा उसे बाजार में मिला। शेषमणि अपनी पत्नी पूजा डोहर से मिलाने के बहाने नाबालिग को साथ ले गया। जब लड़की कस्बा से दूर जाने लगी तो उसने विरोध किया। इस दौरान आरोपी ने उसे धमकाया और नागौद लेकर पहुंचा। जहां शेषमणि ने नाबालिग लड़की को अपने साथी अभिषेक उर्फ राजकुमार साकेत पुत्र राम किशन साकेत (32) निवासी गोपाल कॉलोनी टिकुरिया टोला सतना के हवाले कर दिया। अभिषेक नाबालिग लड़की को लेकर दमोह में रहने वाले अपने रिश्तेदार के यहां गया। जहां अपहृता को एक माह तक रखकर उसने कई बार दुष्कर्म किया। इसके बाद अपहृता को हीरापुर जिला सागर लेकर गया। इसी बीच अभिषेक ने शेषमणि डोहर और उसकी पत्नी पूजा डोहर को भी बुला लिया और 52 हजार रुपए लेकर अपहृता को बल्ली सेन निवासी हीरापुर जिला सागर के सुपुर्द कर दिया। पीडि़ता क कहना है कि बल्ली भी उसके साथ दुष्कर्म करता रहा।
कई लड़कियों को बेचा एसपी का कहना है कि पूछताछ में पीडि़ता ने बताया है कि उसके जैसी कई लड़कियां इस गिरोह का शिकार हो चुकी हैं। आरोपियों से अब तक की पूछताछ में यह बात सामने आई है कि इस गिरोह ने अन्य दो और लड़कियों को बेचा है। जिसमें एक थाना अमरपाटन और दूसरी अन्य जिले से संबंधित है। इन लड़कियों के बारे में पता लगाया जा रहा है। आरोपी शेषमणि, उसकी पत्नी पूजा डोहर और अभिषेक मिलकर क्षेत्र की भोली-भाली बच्चियों को बहला-फुसलाकर अपने फायदे के लिए उन्हें बेच दिया करते हैं। पुलिस ने सभी चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के खिलाफ आइपीसी की धारा 363, 366, 370, 370ए, 376(एन) व 5/6 पाक्सो एक्ट के तहत कार्रवाही की जा रही है।
10 हजार का इनाम एसपी रियाज इकबाल ने पुलिस टीम की पीठ थपथपाते हुए १० हजार रुपए का इनाम दिया है। मानव तस्करी के एक बड़े गिरोह तक पहुंचने वाली इस टीम में जैतवारा थाना प्रभारी निरीक्षक हरीश दुबे, एएसआइ जीपी वर्मा, आरक्षक विपिन शर्मा, दयाराम बैगा, लाल सिंह, अभिलाष सिंह, महिला आरक्षक ज्योति सिंह, आरक्षक मकरध्वज सिंह, अमित सिंह की अहम भूमिका रही।