उन्होंने कहा कि समाजवादी पेंशन की शुरूआत हमने उप्र में सपा की सरकार से किया था, जहां पांच सौ रुपए बतौर पेंशन दी जाती थी। इसके साथ ही किसानों की ऋण माफी के साथ, आवास योजना के तहत मकान निर्माण के लिए तीन लाख रुपए से भी अधिक राशि दी जाएगी। यहां प्रदेश सरकार द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत डेढ़ लाख रुपए दिए जा रहे हैं, लेकिन इतनी कम राशि में क्या घर बनाना संभव है। पर हम ऐसा नहीं करेंगे। इस दौरान सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने प्रदेश व केंद्र सरकार के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी जमकर आड़े हांथ लिया।
उन्होंने कहा कि देश की वर्तमान सरकार संविधान के परे काम कर रही है, कर्नाटक चुनाव मेें सर्वाधिक विधायक वाले दल को सरकार बनाने का अवसर नहीं दिया गया, मैं सुप्रीम कोर्ट को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने शनिवार चार बजे तक का समय दिया है कि बहुमत सिद्ध करों वरना हम सरकार बदल देंगे। कार्यक्रम में मुख्य रूप से समाजसेवी पीवी राजगोपाल, राजेंद्र सिंह, सपा प्रदेश अध्यक्ष गौरी यादव, गौरव दुबे, तलत खान, प्रदेश सचिव श्रवण विश्वकर्मा बबलू सहित बड़ी संख्या में आम जन उपस्थित रहे।
कांग्रेस के बाद भाजपा का दामन थामने वाले पूर्व विधायक केके सिंह भंवर भाजपा को अलविदा बोलकर फिर साइकिल पर सवार हो गए। वे सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को सेमरिया में आमंत्रित कर उनके हाथों सपा की सदस्यता ग्रहण किए। अखिलेश यादव ने सपा की टोपी पहनाकर पार्टी में आने पर स्वागत किया गया। बताते चलें कि केके सिंह भंवर इससे पूर्व भी समाजवादी पार्टी मे शामिल होकर सपा के सिंबल से गोपद बनास विधानसभा सीट से विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं, और भाजपा कांग्रेस को सिकस्त देते हुए विधायक निर्वाचित हुए थे।
सेमरिया में आयोजित सभा के दौरान कुछ पुलिस कर्मियों के साथ आम जनता भी कुर्सियों में बैठी खर्राटे मारती रही। आलम यह था कि सुरक्षा व्यवस्था को लेकर तैनात किए गए पुलिसकर्मियों में से पुलिस चौकी खड्डी प्रभारी संतोष द्विवेदी कुर्सी में बैठकर खर्राटे मारते रहे।