सतना

लापरवाह यातायात निरीक्षक लाइन हाजिर, 20 जवानों पर लटकी निलंबन की तलवार!

एसपी ने की कार्रवाई: सुगम यातायात और सड़क सुरक्षा को लेकर पुलिस अधीक्षक ने उठाए कदम

सतनाOct 14, 2019 / 04:19 pm

suresh mishra

SP took action: Careless traffic inspector line spot in satna

सतना/ यातायात व्यवस्था को पटरी पर लाने पुलिस अधीक्षक के लगातार दिए जा रहे निर्देशों के पालन में कोताही बरतना यातायात निरीक्षक को भारी पड़ गया। रविवार को शहर की यातायात व्यवस्था का औचक निरीक्षण करने निकले एसपी रियाज इकबाल ने चौराहों पर यातायात व्यवस्था पटरी से उतरी देखी तो हाइवे में जहां तहां मनमानी खड़े वाहन यातायात में बाधक बनते पाए।
फ्लाईओवर सहित बिरला फैक्ट्री के सामने नो-इंट्री के वक्त पार्क वाहन भी सुगम यातायात में समस्या बने मिले। यह सब देख पुलिस अधीक्षक ने यातायात निरीक्षक पुरुषोत्तम पाण्डेय की लापरवाह शैली को दोषी मानते हुए उन्हें लाइन अटैच करने के आदेश दिये। इसके साथ ही यातायात व्यवस्था के लिये मैदानी अमले की लापरवाही पर भी लगाम लगाने की तैयारी कर ली गई है। शीघ्र ही 20 जवानों को हटाकर इनके स्थान पर सख्त कार्यशैली वाले जवानों की तैनाती की जाएगी।
ये है मामला
जानकारी के अनुसार पुलिस अधीक्षक इकबाल गत तीन माह से शहर की यातायात व्यवस्था सुधार को लेकर यातायात निरीक्षक पुरुषोत्तम पाण्डेय को निर्देश दे रहे थे। इनमें चौराहों पर यातायात व्यवस्था सुचारू रखने चौराहे पर व्यवस्था दुरुस्त करने सहित आसपास ऑटो और बसों की पार्र्किंग पर रोक लगाना प्रमुख था। मुख्य मार्गों और उसकी पटरी पर वाहनों को खड़ा न होने देने के भी निर्देश कई बार दिए गए। पूर्व के निरीक्षणों में चौराहों पर किनारे खड़े जवानों के संबंध में यातायात निरीक्षक को कहा गया कि जवानों को ट्रैफिक व्यवस्था सुचारू रखने सक्रियता बरतने कहा गया। उन्हें स्टाप बोर्ड सहित अन्य का इस्तेमाल करने के निर्देश दिए गए। लेकिन यातायात निरीक्षक यह व्यवस्थाएं बनवाने में नाकाम रहे और उनकी कोई रुचि नहीं पाई गई। कई बार मौके पर लापरवाही मिलने पर उन्हें फोन से भी निर्देश दिए गए लेकिन यातायात निरीक्षक की कोई रुचि इस दिशा में नहीं पाई गई।
और रविवार को टूट गया सब्र का बांध
रविवार को यातायात सुधार की दिशा में दिये गए निर्देशों के पालन की स्थिति जानने औचक निरीक्षण पर निकले पुलिस अधीक्षक ने पाया कि चौराहों पर तैनात जवान एक्टिव नहीं हैं। चौराहों के अगल बगल आटो खड़े मिले जो यातायात में बाधक बन रहे थे। हाइवे पर जहां तहां रोड पर वाहन खड़े थे। जिससे सुचारू आवागमन बाधित हो रहा था। फ्लाईओवर के नीचे वाहन पार्क मिले। नो-इंट्री के वक्त शहर के अंदर भारी वाहन खड़े मिले। सबसे बुरी स्थिति तो बिरला सीमेंट फैक्ट्री के पास मिली। यहां काफी संख्या में भारी वाहन नो-इंट्री के वक्त नो-इंट्री प्वाइंट से काफी अंदर खड़े मिले। हालात यह रहे कि यहां आम स्थिति में वाहनों का निकलना मुश्किल हो रहा था। यूसीएल तिराहे के पास तक वाहन खड़े मिले। यह स्थिति देख एसपी तीन माह से सब्र कर रहे एसपी की सहन सीमा टूट गई और आनन फानन में उन्होंने यातायात निरीक्षक को लाइन अटैच करने के निर्देश जारी कर दिए। इसके साथ ही यातायात व्यवस्था में सुधार के लिये सक्षम और सख्त पुलिस अधिकारी की तलाश भी शुरू कर दी गई है।
20 और निशाने पर
यातायात व्यवस्था पर अब जीरो टालरेंस की नीति पर काम कर रहे पुलिस अधीक्षक ने 20 और मैदानी अमले को चिह्नित किया है जो यातायात व्यवस्था को पटरी में लाने में रुचि नहीं ले रहे हैं। इनमें से ज्यादातर काफी समय से यातायात व्यवस्था में तैनात जवान है। सूत्रों के अनुसार 2018 तक के जवानों को हटा कर अब नये और सख्त कार्यशैली वाले जवानों को यातायात सुधार में तैनात किया जाएगा। जो चौराहों और प्वाइंट पर किनारे खड़े होकर तमाशा नहीं देखेंगे बल्कि यातायात सुधार के लिए ड्यूटी पर तय निर्देशों के अनुरूप काम करेगे।
हाल ही में विवादों में आए थे
यातायात निरीक्षक पुरुषोत्तम पाण्डेय विधायक से विवाद के बाद चर्चा में आए थे। चिह्नित लोगों पर कार्रवाई और लेनदेन का आरोप भी इन पर लगा। इसके साथ ही बहुचर्चित अभिषेक सिंह हत्याकांड में इनकी लापरवाही काफी चर्चित रही।
शहर की यातायात व्यवस्था को प्राथमिकता में लिया गया है। अभियान के तौर पर इसमें सुधार किया जाएगा। इसके लिये कुछ सख्त निर्णय लिये जा रहे हैं। जल्द ही शहर को सुगम यातायात देखने को मिलेगा।
रियाज इकबाल, पुलिस अधीक्षक
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