राजेश कोटवानी के भजनों से हुआ शुभारंभ
समिति के सदस्य राजेश कोटवानी के भजनों के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर शोभायात्रा में जिन सामाजिक संस्थाओं ने चल समारोह में झांकी निकाली, अपनी समिति या समाज की ओर से स्वागत किया अथवा आयोजन की व्यवस्था में सहयोग किया। उन्हें स्मृति चिन्ह देकर अभिनंदन किया गया। इस अवसर पर छप्पन समाज व जाति बिरादरी चौबीस, समाज सेवी संगठन बाइस, स्वयंसेवी संस्थाएं दस धार्मिक संस्थान सहित सामाजिक समितियों का अभिनंदन किया गया। सहभोज के साथ कार्यक्रम पूरा हुआ।
विशिष्ट उपलब्धि के लिए बच्चियों का किया गया सम्मान
पर्यावरण संरक्षण के लिए तीन सभी बहनों कृपाली चैत्या और अंशली रैकवार ने हिंदू पर्व समन्वय समिति के वृक्षारोपण अभियान को शुरू करने में बहुत बड़ा योगदान दिया। इन्होंने बहुत छोटी उम्र से अपने जेब खर्च बचा कर अपने जन्मदिन पर वृक्ष लगाने की परंपरा प्रारंभ की। बाद में यह हिंदू पर्व समन्वय समिति का वार्षिक कार्यक्रम बन गया और प्रतिवर्ष 9 अगस्त को यह आयोजन करते हैं।साथ ही सौम्या गोस्वामी ने तीन वर्ष पूर्व संकल्प लिया था कि शहर के कुछ मंदिरों में रामनवमी शोभा यात्रा का पोस्टर स्वयं जाकर लगाएंगे। इस वर्ष सौम्या ने स्वयं ही सौ मंदिरों में शोभायात्रा के पोस्टर लगाए। अभिनंदन समारोह में इन चारों बच्चियों का समिति के सदस्यों ने सम्मान किया।
समिति के सदस्य राजेश कोटवानी के भजनों के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर शोभायात्रा में जिन सामाजिक संस्थाओं ने चल समारोह में झांकी निकाली, अपनी समिति या समाज की ओर से स्वागत किया अथवा आयोजन की व्यवस्था में सहयोग किया। उन्हें स्मृति चिन्ह देकर अभिनंदन किया गया। इस अवसर पर छप्पन समाज व जाति बिरादरी चौबीस, समाज सेवी संगठन बाइस, स्वयंसेवी संस्थाएं दस धार्मिक संस्थान सहित सामाजिक समितियों का अभिनंदन किया गया। सहभोज के साथ कार्यक्रम पूरा हुआ।
विशिष्ट उपलब्धि के लिए बच्चियों का किया गया सम्मान
पर्यावरण संरक्षण के लिए तीन सभी बहनों कृपाली चैत्या और अंशली रैकवार ने हिंदू पर्व समन्वय समिति के वृक्षारोपण अभियान को शुरू करने में बहुत बड़ा योगदान दिया। इन्होंने बहुत छोटी उम्र से अपने जेब खर्च बचा कर अपने जन्मदिन पर वृक्ष लगाने की परंपरा प्रारंभ की। बाद में यह हिंदू पर्व समन्वय समिति का वार्षिक कार्यक्रम बन गया और प्रतिवर्ष 9 अगस्त को यह आयोजन करते हैं।साथ ही सौम्या गोस्वामी ने तीन वर्ष पूर्व संकल्प लिया था कि शहर के कुछ मंदिरों में रामनवमी शोभा यात्रा का पोस्टर स्वयं जाकर लगाएंगे। इस वर्ष सौम्या ने स्वयं ही सौ मंदिरों में शोभायात्रा के पोस्टर लगाए। अभिनंदन समारोह में इन चारों बच्चियों का समिति के सदस्यों ने सम्मान किया।