…घर वाले भी निश्चिंत थे
निजी स्कूल में पढऩे वाली दसवीं की छात्रा शुक्रवार की सुबह छह बजे स्कूल ड्रेस में घर से निकली। वह यह कहकर गई कि परीक्षा के लिए तैयारी करना है। इसलिए पहले से जाकर मेम से समझ लेंगे। घर वाले भी निश्चिंत थे। छात्रा के स्कूल से लौटने के पहले ही उसके मोबाइल फोन से एक मैसेज आया, जिसने परिवार को परेशान कर दिया। पुलिस तक बात पहुंची तो पुलिस ने मोहल्ले के सीसीटीवी जांचे। इसमें कोई खास सुराग नहीं मिला। सायबर सेल की मदद से लोकेशन पता करने का प्रयास किया। लेकिन सफलता नहीं मिली।
निजी स्कूल में पढऩे वाली दसवीं की छात्रा शुक्रवार की सुबह छह बजे स्कूल ड्रेस में घर से निकली। वह यह कहकर गई कि परीक्षा के लिए तैयारी करना है। इसलिए पहले से जाकर मेम से समझ लेंगे। घर वाले भी निश्चिंत थे। छात्रा के स्कूल से लौटने के पहले ही उसके मोबाइल फोन से एक मैसेज आया, जिसने परिवार को परेशान कर दिया। पुलिस तक बात पहुंची तो पुलिस ने मोहल्ले के सीसीटीवी जांचे। इसमें कोई खास सुराग नहीं मिला। सायबर सेल की मदद से लोकेशन पता करने का प्रयास किया। लेकिन सफलता नहीं मिली।
मैसेज में यह लिखा
छात्रा ने परिवार के एक सदस्य के मोबाइल फोन पर व्हाट्सऐप मैसेज किया था। उसमें लिखा था कि मुझसे कोई संपर्क मत करो। मैंने बहुत गलत किया अपने मां बाप के साथ। जिस जॉब के लिए आई सब फेक था। मैंने सोचा कि मस्त जॉब करके डांस कोचिंग चली जाऊंगी। और एक दिन मम्मी-पापा का नाम फक्र से ऊपर कर दूंगी। आज भले पेरेंट्स गुस्सा हैं पर जॉब करने लगूंगी कुछ बन जाऊंगी तो हैप्पी हो जाएंगे। और मैं किसी लड़के-वड़के के साथ नहीं भागी। ये गलत फहमी कभी मत रखना। मैं मां-बाप का सिर इस चीज में कभी नहीं गिरा सकती। पर मेरी ये गलती कि कम समय में ज्यादा रिच बनना चाहती थी। …चाचा जैसे बनना चाहती थी। पर सबने धोखा दिया। अब मैं कहीं की नहीं रही। इसलिए सिम फेककर सुसाइड करने जा रही। कल आ जाना इंदौर मिल जाएगी लाश मेरी। बाय फॉरेवर पर मैं पेरेंट्स की खुशी के लिए ही कर रही थी। आज गुस्सा होंगे पर कल फक्र करेंगे। और हां मेरे पेरेंट्स का आप सब ख्याल रखना।
छात्रा ने परिवार के एक सदस्य के मोबाइल फोन पर व्हाट्सऐप मैसेज किया था। उसमें लिखा था कि मुझसे कोई संपर्क मत करो। मैंने बहुत गलत किया अपने मां बाप के साथ। जिस जॉब के लिए आई सब फेक था। मैंने सोचा कि मस्त जॉब करके डांस कोचिंग चली जाऊंगी। और एक दिन मम्मी-पापा का नाम फक्र से ऊपर कर दूंगी। आज भले पेरेंट्स गुस्सा हैं पर जॉब करने लगूंगी कुछ बन जाऊंगी तो हैप्पी हो जाएंगे। और मैं किसी लड़के-वड़के के साथ नहीं भागी। ये गलत फहमी कभी मत रखना। मैं मां-बाप का सिर इस चीज में कभी नहीं गिरा सकती। पर मेरी ये गलती कि कम समय में ज्यादा रिच बनना चाहती थी। …चाचा जैसे बनना चाहती थी। पर सबने धोखा दिया। अब मैं कहीं की नहीं रही। इसलिए सिम फेककर सुसाइड करने जा रही। कल आ जाना इंदौर मिल जाएगी लाश मेरी। बाय फॉरेवर पर मैं पेरेंट्स की खुशी के लिए ही कर रही थी। आज गुस्सा होंगे पर कल फक्र करेंगे। और हां मेरे पेरेंट्स का आप सब ख्याल रखना।