महात्मा गांधी कॉलेज में पढ़ने वाले छात्र नरेंद्र दाहिया को उनकी अंकसूची और टीसी नहीं दी जा रही। नरेन्द्र ने बताया कि उन्होंने दूसरे कॉलेज में एडमिशन ले लिया है। वहां के लिए टीसी और अंकसूची की आवश्यकता है। लेकिन, कॉलेज प्रबंधन यह कह कर देने से इंकार कर रहा कि अभी स्कॉलरशिप की राशि नहीं आई है। नरेन्द्र के अनुसार स्कॉलरशिप शासन से आती है। इसमें हम लोगों का कोई लेना-देना नहीं होता है। फिर भी जबरन परेशान किया जा रहा है। ओबीसी वर्ग की अभी तक स्कालरशिप नहीं आई है। ऐसे लगभग आधा सैकड़ा विद्यार्थी परेशान हैं।
मामले में सीएम हेल्पलाइन में कॉलेज के ही छात्र नीरज कुमार ने शिकायत भी कर चुके हैं पर कोई बताया कि आवास की राशि के लिए फायदा नहीं हुआ है। काफी परेशान उसने आवेदन भरा था। लेकिन, त्रुटि करने के बाद अभी प्रोविजनल के कारण स्वीकार नहीं हुआ है। इसके मार्कशीट ही दिये हैं। महात्मा गांधी बाद कॉलेज में जाकर आवश्यक सभी सुधार करवा कर लॉक भी करवा दिए लेकिन अभी भी इसमें कुछ नहीं हुआ है। सीएम हेल्पलाइन में शिकायत के बाद भी कोई निराकरण नहीं निकल रहा है।
पासबुक कॉलेज प्रबंधन के पास
मामले में एक और बड़ा खुलासा हुआ है। इस महाविद्यालय के ऐसे छात्र जिन्हें छात्रवृत्ति मिलती है सभी की पास बुक अपने पास कॉलेज प्रबंधन रखता है। जब छात्रवृत्ति उनके खाते में आती है तो कॉलेज प्रबंधन न जाने कैसे उन खातों से राशि सीधे निकाल लेता है। इस मामले में बैंक प्रबंधन और कालेज प्रबंधन पर मिली भगत का आरोप भी नीरज ने लगाया है। दोनों छात्रों की शिकायत लेवल 2 में पहुंचने के बाद भी निराकरण नहीं होने पर अब अग्रणी महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ आरएस गुप्ता ने महात्मा गांधी कालेज के प्राचार्य को नोटिस जारी किया है। साथ ही समय-सीमा में शिकायतों का निराकरण करने अन्यथा की स्थिति में होने वाली कार्रवाई के लिए चेताया है।