देर शाम तक बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं लाइन में खड़े नजर आए। यही हाल जिले के अन्य महाविद्यालयों में देखने को मिला। कॉलेज में पहली बार प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों को विवि में अपना नामांकन कराना पड़ता है। अवधेश प्रताप सिंह (एपीएस) विवि ने नामांकन की ऑनलाइन पंजीयन प्रक्रिया 11 अक्टूबर से 15 अक्टूबर तक निर्धारित की थी।
समय कम होने के कारण छात्र-छात्राओं को परेशान होना पड़ा। हालांकि, मंगलवार को दिनभर गहमा-गहमी के बाद देर शाम अंतिम तिथि 20 अक्टूबर कर दी गई है। लेकिन, कॉलेज स्तर से स्पष्ट जानकारी न मिल पाने के कारण विद्यार्थी पूरे दिन परेशान होते रहे।
चार हजार विद्यार्थी, खिड़की एक नामांकन प्रक्रिया में परेशानी की मुख्य वजह महाविद्यालय स्तर पर पर्याप्त इंतजाम न करना है। बताया गया कि डिग्री कॉलेज की स्नातक व स्नातकोत्तर कक्षाओं में नए एडमिशन लेने वाले करीब चार हजार छात्र हैं, लेकिन नामांकन फार्म जमा करने के लिए एक ही काउंटर उपलब्ध है, उन्हें घंटों लंबी कतार में खड़े होकर परेशान होना पड़ रहा है।
यहां भी लंबा इंतजार नामांकन की सीमित समय सीमा के चलते कॉलेज ही नहीं कियोस्क सेेंटर में भी विद्यार्थियों को परेशान होना पड़ रहा। डिग्री कॉलेज के बाहर एक दर्जन से ज्यादा कियोस्क सेंटर हैं, लेकिन हर केंद्र में बच्चों को इंतजार करते देखा गया। यही हाल स्टेशन रोड स्थित गल्र्स कॉलेज के आसपास के कियोस्क सेंटर्स के रहे।