शुरुआती दौर में 9वीं में स्कूल की पढ़ाई करते समय अंडर-16 लखनऊ के लिए चयन हुआ। दो साल तक लखनऊ में ही अंडर-16 खेला उसके बाद वे दिल्ली चले गए। जहां पर अंडर-19 का सफर बहुत अच्छा रहा। एलबी शास्त्री क्रिकेट मैदान में कोच संजय भरद्वाज के साथ खेल की बारीकियां सीखी। यहीं से दिल्ली अंडर 19 के लिए सलेक्शन हुआ। अंडर 19 में अच्छे प्रदर्शन की बजह से इंडिया अंडर 19 में सलेक्शन हुआ। इंडिया अंडर 19 की ओर ऐशियाकप जीतकर विजेता टीम का सदस्य रहे। प्रद्युम्न ने सेमीफाइनल में बग्लादेश के खिलाफ 4 विकेट लेकर चयनकर्ताओं का दिल जीत लिया। इसके बाद आईपीएल में दिल्ली की ओर से दो सीजन में कान्ट्रेट हुआ। वर्ष 2018 में रणजी टीम में संभावित सदस्य रह चुके हैं।
हाल ही में कुछ दिन पहले 19 वर्षीय क्रिकेटर प्रद्युम्न की प्रतिभा को देखकर आइपीएल-2019 के लिए 20 लाख ब्रेस प्राइज रखा गया था, लेकिन कोई खरीदार नहीं मिला। फिर भी एक दो क्रिकेटरों के ड्राप होने के बाद मुंबई और दिल्ली टीम से स्थान मिलने की उम्मीद है। प्रद्युम्न वर्ष 2014 में यूपी अंडर-16 टूनार्मेंट खेल चुके हैं। वर्ष 2014 में आइपीएल टीम दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए कोचिंग कैम्प में चयन हुआ। फिर वर्ष 2015 में इंडियन कॉरपोरेट टीम से अंडर-19 द्विपक्षीय सीरीज में कप्तानी करते हुए चैंपियन बनाया। वर्ष 2016 में मलेशिया में हुए इंडियन कॉरपोरेट टीम में कप्तानी की। वर्ष 2017 में यूएई में हुई अंडर-19 सीरीज के कोच राहुल द्रविड के नेत्रत्व में कई मैच खेले। आईपीएल 2017 में खिलाड़ी के रूप में चयन। फिर दिल्ली रणजी टीम में चयन हुआ।
दिसंबर 2018 में प्रद्युम्न ने स्टेट चैंपियनशिप अंडर-19 में एक नया कारनामा कर दिखाया है। बॉलर होते हुए भी 10 साल के कॅरियर में प्रद्युम्न ने पहली सेंचुरी लगाई। ये सेंचुरी मध्यप्रदेश के जीवाजी क्लब के खिलाफ थी। जहां प्रद्युम्न ने 60 बॉल में 111 रन बनाते हुए सैकड़ा जड़ दिया। जिसमें 17 चौके और 2 गगन चुम्मी छक्के भी शामिल थे। स्टेट चैंपियनशिप अंडर-19 में दिल्ली, गुजरात, हरियाणा, मुंबई, राजस्थान, विदर्भ नागपुर सहित मध्यप्रदेश की स्टेट टीम शामिल थी। आगामी दो दिन बाद पंजाब में दिल्ली की ओर से स्टेट अंडर 19 में चयन होने के बाद टीम में शामिल हो गए है। अगला लक्ष्य इंडिया टीम में सलेक्ट होना है।