पुलिस के अनुसार, 23 जून को हरदुआ गांव के पास सड़क किनारे बेशरम की झाडि़यों से एक व्यक्ति का शव बरामद किया गया था। घटना के बाद फॉरेंसिक अधिकारी डॉ. महेन्द्र सिंह, एडिशनल एसपी गौतम सोलंकी, एसडीओपी रवि शंकर पाण्डेय के साथ टीआइ अजय पंवार ने घटना स्थल को बारीकी से जांचा था। प्रथम दृष्टया ही मामला हत्या का समझ आ चुका था। एेसे में पुलिस मृतक की पहचान का पता लगाने में जुटी थी।
छह आरोपी गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश के जिला झांसी की कोतवाली थाना पुलिस आरोपी को लकर नागौद पहुंची मृतक के संबंध में पूछताछ की गई। झांसी पुलिस ने बाया कि उनके यहां अपराध आइपीसी की धारा 364 के तहत अपहरण का मामला दर्ज है। जिसमें छह आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें एक आरोपी की निशानदेही पर झांसी पुलिस शव बरामद करने नागौद पहुंची।
पानी खाली कराकर निकाला शव
मृतक की पहचान संजय कुमार जोशी पुत्र दिनेश चंद्र जोशी (50) निवासी लक्ष्मी बाई गेट के अंदर शहर कोतवाली झांसी के रूूप में की गई है। पुलिस ने जहां शव दफन कराया था वहां पानी भर चुका था। शव उत्खनन के लिए कार्यपालिक मजिस्ट्रेट नागौद नागेंद्र त्रिपाठी की अनुमति के बाद पानी खाली करानेे में कई घंटे मशक्कत की गई। शव निकालने के बाद मेडिकल कॉलेज रीवा में विभागाध्यक्ष डॉ हर्षवर्धन से शव का फिर से पोस्टमार्टम कराया गया। इसके बाद मृतक के भाई अनिल जोशी के सुपुर्द शव कर दिया गया।
पत्नी से करता था बात
झांसी पुलिस से जानकारी मिलने के बाद टीआइ पंवार ने बताया कि संजय झांसी में ही रहने वाले ओमप्रकाश साहू की पत्नी से फोन पर बात करता था। इसका पता चलनेे पर ओमप्रकाश ने हाल ही में जेल से छूटे दुरिंदर उर्फ काके को दो लाख रुपए में संजय को मारने की सुपारी दी। सुपारी लेने के बाद आरोपियों ने संजय को अगवा किया और कार से नागौद लेकर पहुंचे। यहां हत्या कर उसका शव सड़क किनारे झाडि़यों में फेक दिया था।
छह आरोपी गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश के जिला झांसी की कोतवाली थाना पुलिस आरोपी को लकर नागौद पहुंची मृतक के संबंध में पूछताछ की गई। झांसी पुलिस ने बाया कि उनके यहां अपराध आइपीसी की धारा 364 के तहत अपहरण का मामला दर्ज है। जिसमें छह आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें एक आरोपी की निशानदेही पर झांसी पुलिस शव बरामद करने नागौद पहुंची।
पानी खाली कराकर निकाला शव
मृतक की पहचान संजय कुमार जोशी पुत्र दिनेश चंद्र जोशी (50) निवासी लक्ष्मी बाई गेट के अंदर शहर कोतवाली झांसी के रूूप में की गई है। पुलिस ने जहां शव दफन कराया था वहां पानी भर चुका था। शव उत्खनन के लिए कार्यपालिक मजिस्ट्रेट नागौद नागेंद्र त्रिपाठी की अनुमति के बाद पानी खाली करानेे में कई घंटे मशक्कत की गई। शव निकालने के बाद मेडिकल कॉलेज रीवा में विभागाध्यक्ष डॉ हर्षवर्धन से शव का फिर से पोस्टमार्टम कराया गया। इसके बाद मृतक के भाई अनिल जोशी के सुपुर्द शव कर दिया गया।
पत्नी से करता था बात
झांसी पुलिस से जानकारी मिलने के बाद टीआइ पंवार ने बताया कि संजय झांसी में ही रहने वाले ओमप्रकाश साहू की पत्नी से फोन पर बात करता था। इसका पता चलनेे पर ओमप्रकाश ने हाल ही में जेल से छूटे दुरिंदर उर्फ काके को दो लाख रुपए में संजय को मारने की सुपारी दी। सुपारी लेने के बाद आरोपियों ने संजय को अगवा किया और कार से नागौद लेकर पहुंचे। यहां हत्या कर उसका शव सड़क किनारे झाडि़यों में फेक दिया था।