फील्ड डायरेक्टर पन्ना टाइगर रिजर्व विवेक जैन ने बताया, पन्ना टाइगर रिजर्व के हाथी विंध्या की नौ सितंबर को पीपरटोला में अचानक मृत्यु हो गई है। पीपरटोला कैम्प में तीन हाथियों का कैम्प रखा गया था। तीनों हाथियों सेे सुबह गश्ती कराई गई थी। गश्ती के बाद तीनों हाथियों को खाना खिलाकर छोड़ दिया गया था।
दोपहर लगभग 3 बजे दो हाथियों को नदी के किनारे खड़े देखा गया। विंध्या हाथी के नहीं दिखने पर हाथी महावत ने मौके पर पहुंच कर तलाश की और सूचना वरिष्ट स्तर पर दी गई। सूचना प्राप्त होते ही तत्काल सहायक संचालक, परिक्षेत्र अधिकारी एवं अन्य स्टाफ मौके पर पहुंच कर विंध्या की सर्चिंग की गई।
दूसरे दिन हुआ पीएम और अंतिम संस्कार
देर शाम विंध्या हाथी का शव केन नदी के पानी में उतराता हुआ दिखा। विंध्या हाथी के शव को बाहर निकाला गया तब तक रात्रि हो चुकी थी। दूसरे दिन १० सितंबर सुबह संयुक्त संचालक, सहायक संचालक पन्ना, मड़ला, वन्यप्राणी चिकित्सक, परिक्षेत्र अधिकारी एवं अन्य स्टाफ मौके पर पहुंच कर पीएम की कार्रवाई की गई। फील्ड डायरेक्टर जैने ने बताया, प्राथमिक रूप से विंध्या हाथी की मृत्यु का कारण पानी में डूबने से होना पाया गया है।
देर शाम विंध्या हाथी का शव केन नदी के पानी में उतराता हुआ दिखा। विंध्या हाथी के शव को बाहर निकाला गया तब तक रात्रि हो चुकी थी। दूसरे दिन १० सितंबर सुबह संयुक्त संचालक, सहायक संचालक पन्ना, मड़ला, वन्यप्राणी चिकित्सक, परिक्षेत्र अधिकारी एवं अन्य स्टाफ मौके पर पहुंच कर पीएम की कार्रवाई की गई। फील्ड डायरेक्टर जैने ने बताया, प्राथमिक रूप से विंध्या हाथी की मृत्यु का कारण पानी में डूबने से होना पाया गया है।
फारेंसिक जांच के लिए भेजे जाएंगे नमूने
मृत विंध्या हाथी का विसरा आदि के नमूने फारेंसिक जांच के लिए एकत्रित कर जांच के लिए भेजा जा रहा है। जांच रिपोर्ट प्राप्त होने पर मृत्यु का सही कारण ज्ञात हो सकेगा। मृत हाथी के शव को पीपरटोला में ही उपरोक्त समस्त अधिकारियों के समक्ष दफनाया गया। विंध्या हाथी का जन्म वर्ष 2002 में रूपकली से हुआ था। विंध्या की मौत से पार्क में शोक जैसी स्थिति है।
मृत विंध्या हाथी का विसरा आदि के नमूने फारेंसिक जांच के लिए एकत्रित कर जांच के लिए भेजा जा रहा है। जांच रिपोर्ट प्राप्त होने पर मृत्यु का सही कारण ज्ञात हो सकेगा। मृत हाथी के शव को पीपरटोला में ही उपरोक्त समस्त अधिकारियों के समक्ष दफनाया गया। विंध्या हाथी का जन्म वर्ष 2002 में रूपकली से हुआ था। विंध्या की मौत से पार्क में शोक जैसी स्थिति है।