निगमायुक्त द्वारा गठित टीम ने शहर में गंदगी फैलाने वालों पर कार्रवाई करते हुए अब तक 25 हजार रुपए का जुर्माना वसूला है। सफाई अधिकारियों के नेतृत्व में दो टीमें लगातार गंदगी फैलाने वालों पर कार्रवाई कर रही हैं। निगम प्रशासन का पूरा ध्यान ऐसे व्यापारियों पर है जो दुकानों में डस्टबिन नहीं रखते और कचरा सड़क पर डालते हैं। सार्वजनिक स्थलों पर शौच व पेशाब करने वाले भी टीम की नजर में हैं। स्वच्छता अधिकारी ने बताया कि स्वच्छता परीक्षा होने तक जुर्माने की कार्रवाई जारी रहेगी।
शहर को ओडीएफ का तमगा मिल चुका है। इसके बावजूद लोगों के हाथ से लोटा नहीं छूट रहा। स्वच्छता परीक्षा के दौरान यदि टीम को शहर में लोटा पार्टी दिखी तो ओडीएफ के अंक कट सकते हैं। ऐसे में खुले में शौच करने वालों को जागरूक करने निगम प्रशासन ने सार्वजनिक स्थानों एवं नदी-तालाबों के किनारे स्वच्छता चौकीदार तैनात किए हैं। जो वहां पर लोटा लेकर शौच आने वालों के सामने सीटी बजाकर उन्हें खुले में शौच करने से रोकेंगे। बस्तियों के बाहर सावर्जनिक शौचालयों का निर्माण कराया गया है, वहां पर पानी और अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
– 100 रुपए सार्वजनिक स्थान पर थूकना
– 250 रुपए सार्वजनिक स्थान पर पेशाब करना
– 250 रुपए डस्टबिन न रखना व बाहर कचरा डालना
– 500 रुपए सार्वजनिक स्थान व खुले में शौच
– 1000 रुपए सार्वजनिक स्थान पर अपशिष्ट डालना
– 2000 रुपए पॉलीथिन में लोगों को सामान देना