पत्रिका ने इस मामले को प्रमुखता से लेते हुए पुलिस प्रशासन के संज्ञान में यह मामला लाया था। जिसके बाद रविवार को प्रशासन सक्रिय हुआ और तहसीलदार मनीष पाण्डेय ने थाना प्रभारी प्रशिक्षु डीएसपी आशुतोष पटेल व जैतवारा के राजस्व निरीक्षक सुरेन्द्र तिवारी, पटवारी धनीलाल प्रजापति के साथ मिलकर दबिश दी। मौके पर टीम पहुंची तो पता चला कि बिहारी लाल केशरवानी की फर्म वैभव ट्रेडर्स से गुटखा का कारोबार किया जा रहा था। यहां सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन नहीं करते हुए बढ़ी कीमतों पर गुटखा बेचा जा रहा था। शनिवार की शाम करीब साढ़े 7 बजे भी कई व्यापारियों ने यहां हंगामा किया था। रविवार की दोपहर करीब ढाई बजे कार्रवाही शुरू करने के बाद 20 झाल गुटखा को सील कर दिया गया। जबकि इसके पहले ही बड़ी मात्रा में गुटखा बेचा जा चुका था।