जहां झाडफ़ूंक के नाम पर तांत्रिक ने युवती को जला दिया। बुरी तरह जख्मी हालत में युवती को परिजनों ने उपचार के लिए संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया है। घटना के बाद से तांत्रिक गांव से फरार हो गया है। पीडि़त परिवार द्वारा अभी तक थाने में कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है।
बैजनाथ साकेत के यहां झाडफ़ूंक करवाने ले गए बताया गया कि गायत्री साकेत पिता राजबहोर 20 वर्ष की तबियत पिछले कुछ दिनों से खराब थी।
नवरात्रि पर्व में उसको दौरे पड़ रहे थे जिस पर परिजन पड़ोस में ही रहने वाले बैजनाथ साकेत के यहां झाडफ़ूंक करवाने ले गए थे। शुक्रवार की सांयकाल तांत्रिक ने युवती को सामने बैठाकर काफी देर तक तंत्रमंत्र का माया जाल फैलाया।
आग में मिर्ची डालकर उसके चेहरे में दाग दिया उसने आग में मिर्ची डालकर उसके चेहरे में दाग दिया जिससे उसका चेहरा बुरी तरह झुलस गया। घटना के बाद युवती को आंखों में दिखना कम हो गया और उसके गले और सीने में जलन की शिकायत करने लगी। किसी तरह परिजन उसे घर लेकर आये लेकिन शनिवार को उसकी हालत बिगडऩे पर उपचार के लिए संजय गांधी अस्पताल लेकर आए। चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी।
दोबारा अस्पताल में भर्ती लेकिन हालत में सुधार नहीं होने पर दोबारा परिजनों ने उसे उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती करवा दिया है। युवती का पिता बाहर मजदूरी करता है और घर में वह अपने परिवार के साथ रहती थी। तांत्रिक वारदात के बाद से फरार है। परिजन अभी तक घटना की शिकायत थाने में दर्ज नहीं करवा पाए है।
पूर्व में हुआ था विवाद
परिजनों के मुताबिक आरोपी तांत्रिक से पूर्व में उनका विवाद हुआ था। हालांकि उस समय विवाद शांत हो गया था लेकिन शायद तांत्रिक ने उसी विवाद के चलते इस घटना को अंजाम दिया है। उसने जानबूझकर आग में मिर्ची डालकर उसके शरीर में दागा था जिससे जगह-जगह वह झुलसी है।