सूत्रों के अनुसार, उप्र पुलिस को सटीक खबर मिली थी कि मानिकपुर स्टेशन से ट्रेन 13201 जनता एक्सप्रेस में डकैत बबली अपने तीन साथियों के साथ सवार हुआ है। खबर यह भी थी कि ट्रेन के इंजन से चौथी बोगी में सभी चढ़े हैं। चोथी बोगी स्लीपर कोच था। जिसमें सिफ आरक्षित टिकट वाले ही यात्रा कर सकते हैं। सूचना पर उप्र पुलिस सक्रिय हुई और टिकरिया स्टेशन में ट्रेन पहुंचने पर जांच शुरू कर दी गई। मझगवां तक आते टे्रन में सरपट जांच चली लेकिन मिला कोई नहीं।
सूत्रों का कहना है कि जब पुलिस ने टिकरिया स्टेशन पर डकैतों की सर्चिंग शुरू की तो वहीरं से मौका पाकर बबली साथियों के साथ ट्रेन से उतरकर भाग निकला। हालांकि पुलिस को इस पर भरोसा नहीं था। एक सूचना यह भी रही कि डकैतों का एक साथी मझगवां बाजार से सामान लेने आया है। एेसे में ट्रेन गुजरने के बाद पुलिस टीम ने बाजार और देहात को जाने वाले कई रास्तों पर टीमें दौड़ाईं।
उप्र पुलिस अपने इस सर्च ऑपरेशन के बारे में कुछ भी बताने को तैयार नहीं है। मझगवां स्टेशन में पुलिस के आला अफसरों की बत्ती लगी गाडि़यां देखने के बाद रेल सुरक्षा बल भी अलर्ट हुआ है। आरपीएफ ने टिकरिया और मझगवां पोस्ट को गंभीर रहने के लिए कहा है। इसके साथ ही रेलवे अपने मुखबिर तंत्र को सक्रिय कर दस्यु मूवमेंट जानने की कोशिश कर रहा है।
उप्र के इस बड़े सर्च ऑपरेशन से मप्र की मझगवां थाना पुलिस अनजान रही। संयुक्त अभियान का दावा करने वाली उप्र पुलिस ने मप्र के पुलिस अफसरों को इस बारे में भनक भी नहीं लगने दी। जबकि साझा तरीके से डकैत बबली को घेरने की कोशिश की जाती तो शायद दोनों राज्यों की पुलिस को सफलता मिलती।