scriptBIG NEWS: सतना के 10 गांवों के किसान एक रात में हो गए बर्बाद, जानिए वजह | The farmers of satna have become ruined in one night | Patrika News

BIG NEWS: सतना के 10 गांवों के किसान एक रात में हो गए बर्बाद, जानिए वजह

locationसतनाPublished: Apr 13, 2018 11:36:25 pm

Submitted by:

Pushpendra pandey

मौसम की मार: उचेहरा के एक दर्जन गांवों में ५० फीसदी से अधिक नुकसान
 

satna rain

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उचेहरा/सतना. बीती रात आंधी-तूफान व बारिश के रूप में आसमान से बरसी आफत ने उचेहरा क्षेत्र के दो दर्जन गांवों के किसानों को सड़क पर खड़ा कर दिया है। रात में बारिश के साथ हुई ओलावृष्टि से गेहूं की फसल पूरी तरह चौपट हो गई। शुक्रवार की सुबह जब फसलों का हाल देखने किसान खेतों में पहुंचे तो दो दिन पहले तक लहलहा रहे गेहूं के खेतों मेंं तबाही का मंजर देख उनकी आंखों के सामने अंधेरा छा गया। उरदान गांव के किसान नवनीत सिंह परिहार ने बताया, खेतों में खड़ी गेहूं की फसल बर्बाद हो चुकी है। ओले की मार से गेहूं की बालियां टूट कर जमीन पर बिछ गईं हैं। खेतों में अब सिर्फ डंठल ही खड़ी नजर आ रही है। सरसों की फसल सौ फीसदी साफ हो चुकी है। जिस खेत में कल तक सरसों खड़ी थी, वहां अब केवल ठूठ बचे हैं।
अरमानों पर कहर
सूखे की मार झेल रहे किसानों के पास फसल के नाम पर सिर्फ गेहूं ही बचा था। लेकिन एक बार फिर मौसम उनके अरमानों पर कहर बन कर टूटा। महज आधे घंटे में पूरी फसल तबाह हो गई। किसानों का कहना है कि जिला प्रशासन ओलावृष्टि से तबाह फसलों का सर्वे कर उन्हें तुरंत राहत राशि दिलाए। यदि किसानों को फसल नुकसानी का मुआवजा नहीं मिला तो किसान परिवारों को रोटी के लाले पड़ जाएंगे।
इन गांवों में सर्वाधिक नुकसान
ओलावृष्टि से सर्वाधिक नुकसान उचेहरा क्षेत्र के करही कला, पथरहटा, पोंड़ी, करही खुर्द, कुलपुरा, उरदना तथा रगला में हुआ है। यहां पर गुरुवार-शुक्रवार की दरम्यानी रात अंधड़ व तेज बारिश के साथ लगभग 10 मिनट तक आसमान पर ओले बरसे। बिना मौसम इस बारिश से खेतों में खड़ी गेहूं की फसल पूरी तरह मिट्टी में मिल गई।
किसान यूनियन ने की सर्वे की मांग
उचेहरा क्षेत्र में आंधी-बारिश एवं ओलावृष्टि से हुए नुकसान का जायजा लेने भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों ने प्रभावित गांवों का दौरान किया। यूनियन के जिला उपाध्यक्ष ने कहा, ओलावृष्टि ने किसानों की कमर तोड़ दी है। एक दर्जन गांवों में फसल के नाम पर खेतों में सिर्फ डंठल बचा है। उन्होंने जिला प्रशासन से ओला प्रभावित गांवों का सर्वे कराकर किसानों को एक माह के अंदर फलस नुकसानी का मुआवजा एवं फसल बीमा की राशि दिलाने की मांग की है। इस अवसर पर यूनियन के ब्लाक अध्यक्ष ठाकुर प्रसाद सिंह, रामविश्वास सिंह, लाला रजक, जगतधारी सिंह, कमलेन्द्र सिंह, दयाराम, गंगा ङ्क्षसह उपस्थित रहे।
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