अरमानों पर कहर
सूखे की मार झेल रहे किसानों के पास फसल के नाम पर सिर्फ गेहूं ही बचा था। लेकिन एक बार फिर मौसम उनके अरमानों पर कहर बन कर टूटा। महज आधे घंटे में पूरी फसल तबाह हो गई। किसानों का कहना है कि जिला प्रशासन ओलावृष्टि से तबाह फसलों का सर्वे कर उन्हें तुरंत राहत राशि दिलाए। यदि किसानों को फसल नुकसानी का मुआवजा नहीं मिला तो किसान परिवारों को रोटी के लाले पड़ जाएंगे।
सूखे की मार झेल रहे किसानों के पास फसल के नाम पर सिर्फ गेहूं ही बचा था। लेकिन एक बार फिर मौसम उनके अरमानों पर कहर बन कर टूटा। महज आधे घंटे में पूरी फसल तबाह हो गई। किसानों का कहना है कि जिला प्रशासन ओलावृष्टि से तबाह फसलों का सर्वे कर उन्हें तुरंत राहत राशि दिलाए। यदि किसानों को फसल नुकसानी का मुआवजा नहीं मिला तो किसान परिवारों को रोटी के लाले पड़ जाएंगे।
इन गांवों में सर्वाधिक नुकसान
ओलावृष्टि से सर्वाधिक नुकसान उचेहरा क्षेत्र के करही कला, पथरहटा, पोंड़ी, करही खुर्द, कुलपुरा, उरदना तथा रगला में हुआ है। यहां पर गुरुवार-शुक्रवार की दरम्यानी रात अंधड़ व तेज बारिश के साथ लगभग 10 मिनट तक आसमान पर ओले बरसे। बिना मौसम इस बारिश से खेतों में खड़ी गेहूं की फसल पूरी तरह मिट्टी में मिल गई।
ओलावृष्टि से सर्वाधिक नुकसान उचेहरा क्षेत्र के करही कला, पथरहटा, पोंड़ी, करही खुर्द, कुलपुरा, उरदना तथा रगला में हुआ है। यहां पर गुरुवार-शुक्रवार की दरम्यानी रात अंधड़ व तेज बारिश के साथ लगभग 10 मिनट तक आसमान पर ओले बरसे। बिना मौसम इस बारिश से खेतों में खड़ी गेहूं की फसल पूरी तरह मिट्टी में मिल गई।
किसान यूनियन ने की सर्वे की मांग
उचेहरा क्षेत्र में आंधी-बारिश एवं ओलावृष्टि से हुए नुकसान का जायजा लेने भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों ने प्रभावित गांवों का दौरान किया। यूनियन के जिला उपाध्यक्ष ने कहा, ओलावृष्टि ने किसानों की कमर तोड़ दी है। एक दर्जन गांवों में फसल के नाम पर खेतों में सिर्फ डंठल बचा है। उन्होंने जिला प्रशासन से ओला प्रभावित गांवों का सर्वे कराकर किसानों को एक माह के अंदर फलस नुकसानी का मुआवजा एवं फसल बीमा की राशि दिलाने की मांग की है। इस अवसर पर यूनियन के ब्लाक अध्यक्ष ठाकुर प्रसाद सिंह, रामविश्वास सिंह, लाला रजक, जगतधारी सिंह, कमलेन्द्र सिंह, दयाराम, गंगा ङ्क्षसह उपस्थित रहे।
उचेहरा क्षेत्र में आंधी-बारिश एवं ओलावृष्टि से हुए नुकसान का जायजा लेने भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों ने प्रभावित गांवों का दौरान किया। यूनियन के जिला उपाध्यक्ष ने कहा, ओलावृष्टि ने किसानों की कमर तोड़ दी है। एक दर्जन गांवों में फसल के नाम पर खेतों में सिर्फ डंठल बचा है। उन्होंने जिला प्रशासन से ओला प्रभावित गांवों का सर्वे कराकर किसानों को एक माह के अंदर फलस नुकसानी का मुआवजा एवं फसल बीमा की राशि दिलाने की मांग की है। इस अवसर पर यूनियन के ब्लाक अध्यक्ष ठाकुर प्रसाद सिंह, रामविश्वास सिंह, लाला रजक, जगतधारी सिंह, कमलेन्द्र सिंह, दयाराम, गंगा ङ्क्षसह उपस्थित रहे।