मैहर थाना अंतर्गत एक गांव में 15 जून की रात रिश्तों को तार-तार करते हुए देवर ने भाभी के साथ बलात्कार कर दिया। पीडि़ता ने 16 जून की सुबह मामले की शिकायत पुलिस थाना मैहर में दर्ज कराई। इसके बाद महिला आरक्षक के साथ पीडि़ता को मेडिकल परीक्षण कराने सिविल अस्पताल मैहर भेजा गया। लेकिन, महिला चिकित्सक डॉ एसबी अवधिया के अवकाश में होने के कारण पीडि़ता को जिला अस्पताल भेज दिया गया। पीडि़ता और महिला आरक्षक दोपहर ३ बजे से रात 9 बजे तक जिला अस्पताल में भटकती रही। पर छह घंटे तक भटकने के बाद भी पीडि़ता का परीक्षण नहीं हो पाया। एेसे में आरक्षक ने पुलिस अधिकारियों को मामले की जानकारी दी। सीएस डॉ एसबी ङ्क्षसह के निर्देश पर गायनी विभागाध्यक्ष डॉ रेखा त्रिपाठी ने रात 9 बजे पीडि़ता का परीक्षण किया।
एक ड्यूटी से गायब, दूसरी कॉल के बाद भी नहीं आई जिला अस्पताल गायनी विभाग के चार चिकित्सक डॉ. मंजू सिंह, डॉ आरके तिवारी, डॉ जसपाल बीना, डॉ सुनील पाण्डेय अवकाश निरस्त होने के बाद भी ड्यूटी पर नहीं लौटे हैं। 16 जून को लेबर रूम में महिला चिकित्सक प्रतिका सिंह की ड्यूटी थी। लेकिन प्रतिका सिंह ड्यूटी से गायब थीं। प्रबंधन ने संपर्क करने का प्रयास किया तो मोबाइल बंद था। इसके बाद डॉ सिंह के घर वाहन भेजा गया तो परिजनों ने जानकारी दी कि उनकी तबीयत खराब है। इसके बाद दूसरी महिला चिकितसक डॉ शांति चहल को कॉल किया गया। लेकिन, उनसे भी संपर्क नहीं हो पाया। उनके घर भी वाहन भेजा गया। परिजनों ने बताया कि डॉ चहल घर में नहीं हैं। एेसे में सीएस डॉ एसबी सिंह के निर्देश पर गायनी विभागाध्यक्ष डॉ रेखा त्रिपाठी ने पीडि़ता का मेडिकल परीक्षण किया।
दो महिला चिकित्सकों को नोटिस
जिला अस्पताल प्रबंधन ने दोनों महिला चिकित्सकों डॉ प्रतिका सिंह और डॉ शांति चहल को नोटिस जारी कर तीन दिन में जवाब देने के निर्देश दिए हैं। निर्धारित समयावधि में जवाब नहीं देने पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। सीएस डॉ सिंह ने दो सदस्यीय जांच टीम भी गठित की है। इसमें गायनी विभागाध्यक्ष डॉ रेखा त्रिपाठी और आरएमओ डॉ अमर सिंह को शामिल किया गया है।