जिला पंचायत सीईओ डॉ परीक्षित राव झाड़े ने अधिकारियों के साथ बैठक में सबसे प्रमुख निर्णय मेला के दौरान किसी भी आपात स्थिति के मद्देनजर लिया गया है। बैठक में एसडीएम धर्मेंद्र मिश्रा, तहसीलदार मानवेंद्र सिंह सहित मां शारदा मंदिर समिति के सदस्य मौजूद रहे।
अगर कभी भगदड़ जैसी स्थिति बनती है तो उस वक्त के लिए एक इमरजेंसी प्लान होना चाहिए। इस पर तय किया गया कि उदयनगर की ओर से हाईवे तक मिलने वाले रूट को अल्टरनेट रूट के रूप में तैयार किया जाए, ताकि कभी कोई आपातस्थिति बनती है तो भीड़ को न केवल नियंत्रित तरीके से इधर से निकाला जा सके बल्कि आपात स्थिति में वाहनों के लिए सहज आवागमन की भी व्यवस्था बन सके।
पेयजल, स्वच्छता पर भी ध्यान
मेले के दौरान सामान्य तौर पर पेयजल, स्वच्छता, पार्किंग और अतिक्रमण जैसे मुद्दों पर भी चर्चा की गई। तय किया गया कि मेले के पहले ही जहां तहां खुली दुकानों को व्यवस्थित कराया जाएगा। पार्किंग की ठोस व्यवस्था की जाएगी। अलग-अलग पार्किंग जोन तय किए जाएंगे और उसके अनुरूप प्रवेश की व्यवस्था की जाएगी।
बंद होगा एक अनाउंसमेंट सिस्टम
अभी तक मेले के दौरान मंदिर परिक्षेत्र सहित पूरे नगर में एक ही अनाउंसमेंट सिस्टम का उपयोग होता था। जो मंदिर में अनाउंस होता था वहीं पूरे नगर में गूंजता था। अब तय किया गया कि स्थिति के अनुरूप अलग अलग स्थानों के लिए अलग-अलग अनाउंसमेंट सिस्टम तैयार किया जाएगा।