scriptसतना-रीवा के बीच जनवरी महीने से इलेक्ट्रिक इंजन के साथ दौड़ेंगी ट्रेन, 49 किमी. का ट्रायल सफल | Trains will run between Satna-Rewa with electric engine from January | Patrika News

सतना-रीवा के बीच जनवरी महीने से इलेक्ट्रिक इंजन के साथ दौड़ेंगी ट्रेन, 49 किमी. का ट्रायल सफल

locationसतनाPublished: Dec 23, 2019 02:56:54 pm

Submitted by:

suresh mishra

– 49 किमी. विद्युतीकरण का सफल ट्रायल- 125 किमी. की स्पीड से दौड़ी सीआरएस ट्रेन

Trains will run between Satna-Rewa with electric engine from January

Trains will run between Satna-Rewa with electric engine from January

सतना/ विद्युतीकरण का कार्य पूरा होने के बाद रविवार को सीआरएस ने सतना-रीवा रेललाइन का निरीक्षण किया। टीम ने सतना-रीवा के 49 किमी. ट्रैक पर सीआरएस स्पेशल ट्रेन को 125 किमी. की रफ्तार से विद्युत इंजन लगाकर दौड़ाया।
विद्युत लाइन का निरीक्षण सफल बताया जा रहा। अब सीआरएस निरीक्षण रिपोर्ट रेलवे बोर्ड को देंगे। बोर्ड से हरी झंडी मिलने के बाद सतना-रीवा रेललाइन पर सभी ट्रेनें विद्युत इंजन से चलने लगेंगी। माना जा रहा कि जनवरी 2020 में ट्रेनें इलेक्ट्रिक इंजन से चलने लगेंगी।
सेंट्रल सर्किल मुम्बई के रेलवे सेफ्टी कमिश्नर (सीआरएस) एके जैन और डीआरएम संजय विश्वास सहित आधा सैकड़ा अधिकारियों की टीम 9 कोच वाली सीआरएस स्पेशल से रविवार दोपहर 12 बजे सतना पहुंची। अधिकारियों की टीम ने स्टेशन के प्लेटफॉर्म दो पर ट्रॉयल से पहले पूजा-पाठ की। इसके बाद सीआरएस, डीआरएम सहित अन्य अधिकारी 9 कोच वाली सीआरएस स्पेशल से रीवा की ओर रवाना हुए। कैमा स्टेशन तक ट्रेन को 110 किमी व उसके बाद 125 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ाया गया। इस दौरान सीआरएस जैन ने कैमा, बगहाई, तुर्की व हिनौता, रामवन स्टेशनों पर रेल विद्युतीकरण काम देखा।
अब रेलवे बोर्ड को सौंपेंगे रिपोर्ट
सीआरएस अपने ट्रायल की रिपोर्ट रेलवे बोर्ड को सौंपेंगे। बोर्ड की हरीझंडी मिलने के बाद सतना-रीवा के बीच सभी ट्रेनें विद्युत इंजन से चलने लगेंगी। संभावना जताई जा रही कि जनवरी से ट्रेनों का संचालन विद्युत इंजन से होने लगेगा।
सतना से रीवा के बीच दौड़ रहीं 11 ट्रेनें
सतना से रीवा के बीच 11 ट्रेनों का (डेली/वीकली) संचालन किया जा रहा। इसके अलावा सीमेंट प्लांट तक रोजाना मालगाडिय़ां भी जाती हैं। सीआरएस ट्रायल के दौरान जोन के आरई, इंजीनियरिंग सहित अन्य विभागों के अधिकारियों ने मौके पर ही रिपोर्ट तैयार की।
ट्रायल के बाद अधिकारियों ने ली राहत की सांस
सीआरएस ट्रेन में दो विद्युत और एक डीजल इंजन लगा था। ट्रेन में सतना स्टेशन पर विद्युत इंजन लगाया गया। इसके लिए एहतियातन एक अतिरिक्त विद्युत इंजन भी लगाया गया। ट्रायल के बाद अधिकारियों ने राहत की सांस ली।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो