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तबादलों पर रोक के बाद भी पंचायत मंत्री के जिले में सचिवों के हो रहे धड़ाधड़ तबादले

locationसतनाPublished: Jun 24, 2021 12:28:26 am

Submitted by:

Ramashankar Sharma

अभी तबादलों पर प्रतिबंध लगा हुआ है। मुख्यमंत्री ने 1 जुलाई से तबादले शुरू करने की बात कही है। लेकिन पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग को इससे कोई लेना देना नहीं। विभाग के संचालक धड़ाधड़ सचिवों के तबादले किये जा रहे हैं। यह स्थिति खुद पंचायतराज विभाग के राज्य मंत्री रामखेलावन पटेल के अपने जिले में हो रहा है। हालांकि दबी जुबान इस मामले में मंत्री पर ही दबाव बनाने के आरोप भी लग रहे हैं।

Transfer of secretaries even after the ban

इस तरह लगातार जारी हो रही सचिवों की तबादला सूची

सतना। मुख्यमंत्री ने 18 जून को अपने बयान में कहा था कि एक जुलाई से तबादले प्रारंभ होंगे जो 31 जुलाई तक चलेंगे। अर्थात वर्तमान स्थिति में तबादलों पर प्रतिबंध यथावत है। लेकिन सतना जिले के पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग में धड़ाधड़ तबादले जारी हैं। इसमें से ज्यादातर तबादले सचिव स्तर के ही तबादले हैं। सवाल यह खड़ा हो रहा है कि जब अभी तबादलों में प्रतिबंध है तो अचानक से ऐसा क्या आसमान टूट पड़ा है कि विभाग में शासन स्तर से सचिवों के तबादले किए जा रहे हैं। जबकि प्रतिबंध हटने में कुछ दिन ही बाकी है। यह स्थिति तब है जब खुद रामखेलावन पटेल पंचायत विभाग के राज्य मंत्री जिले से हैं। हालांकि दबी जुबान यह भी कहा जा रहा है कि खुद मंत्री की रुचि पर तबादले हो रहे हैं।
पूरे साल चलता रहा खेल

सतना जिले में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग में हालांकि सचिवों के तबादलों का खेल पूरे साल चलता रहा है। ज्यादातर तबादलों में मंत्री रामखेलावन पटेल पर ही सवाल खड़े होते रहे हैं। लेकिन जब मुख्यमंत्री ने 18 जून को अपना बयान तबादलों को लेकर दे दिया उसके बाद तबादले होना तो कई सवाल खड़े कर रहा है। बताया गया है कि मुख्यमंत्री के इस बयान के बाद भी जिले में सचिवों के तबादलों का खेल चल ही रहा है। मजे की बात यह है कि यह पूरा खेल पंचायत राज संचालनालय से किया जा रहा है।
हाल में यह सूची जारी हुई

बताया गया है कि 17 जून को तीन सचिवों के तबादलों की सूची पंचायत राज संचालनालय से प्राप्त हुई जिसमें संचालक बीएस जामोद ने पालदेव, भियामऊ और पनगरा के सचिवों का तबादला आदेश जारी किया था। इसी दिन संचालक ने एक और सचिव रूबी सिंह परिहार जनपद पंचायत उचेहरा के तिघरा सचिव की तबादले संबंधी जानकारी तलब कर ली। जिसमें कहा गया कि इनके स्थानान्तरण का प्रस्ताव प्राप्त हुआ है।
कौन दे रहा है प्रस्ताव

सवाल यह खड़ा हो रहा है कि आखिर वौ कौन है जो लगातार जिले के सचिवों के स्थानान्तरण का प्रस्ताव संचालनालय को दे रहा है जिसके आगे संचालनालय भी विवश है और प्रस्ताव पर तत्काल जिला पंचायत सीईओ से जानकारी तलब करने लगता है। यह खेल एक साल से शुरू हुआ है। इसके पहले तक संचालनालय सचिवों के तबादले में इतने बड़े पैमाने पर रुचि नहीं दिखाई जाती थी। हालांकि शुरुआती दौर में तो संचालनालय से स्पष्ट आता था कि मंत्री रामखेलावन पटेल का प्रस्ताव प्राप्त हुआ है। लेकिन जिस तरीके से उन्होंने नागौद और रामपुर बाघेलान विधानसभा के प्रस्ताव भी दे दिये थे उसके बाद विवाद की स्थिति बन गई थी। इसके बाद सचिवों की तबादला एक्सप्रेस में रोक लग गई थी। लेकिन अब फिर यह खेल शुरू हो गया है।
जिपं में साधी गई चुप्पी

इस मामले में जब जिला पंचायत के जिम्मेदारों से इस संबंध में बात की गई तो किसी ने भी कुछ भी कहने से इंकार कर दिया। सिर्फ इतना कहा गया कि वरिष्ठ कार्यालय से जो जानकारी चाही जाती है उसकी जानकारी यहां से भेज दी जाती है।
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