मंडी कार्यालय के बाहर धरने पर बैठे श्रमिकों ने बताया कि गुरुवार को चबूतरा नंबर पांच पर डंप गल्ला व्यापारी का दो बोरा गेहूं महिला श्रमिकों ने चुराया था। उन्हें व्यापारियों ने गहूं के साथ रंगे हाथ पकड़ लिया और इसकी शिकायत मंडी समिति में करते हुए कार्रवाई की मांग की। व्यापारियों के दबाव में आए मंडी कर्मचारी ने अनाज चुराने वाली महिलाओं के साथ वह जिस कांटा में काम करती है उसके तुलावटी को भी अरोपी बना दिया। इतना ही नहीं, चोरी के आरोप में तुलावटी का कांटा जब्त करते हुए उसे चबूतरे पर काम करने से रोक दिया गया। शुक्रवार को जब तुलावटी अपना जब्त काटा लेने मंडी कार्यालय पहुंचा तो संबंधित बाबू ने तुलावटी को कांटा देना तो दूर उसका लाइसेंस निरस्त करने की धमकी दी। इससे भड़के तुलावटी काम छोड़ मंडी कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए।
चोरों को संरक्षण, ईमानदारों को सजा
मंडी श्रमिकों ने आरोप लगाया कि मंडी समिति के कर्मचारी मंडी में अनाज की चोरी करने वाले श्रमिकों को संरक्षण देते हैं। मंडी में कई श्रमिक एेसे हैं जो अनाज की चोरी करते कई बार पकड़े गए। मंडी समिति ने उनका लाइसेंस भी निरस्त किया पर मंडी प्रशासन की मेहरवानी से वह किना लाइसेंस मंडी में अनाज तौल रहे हैं। वहीं अवैध वसूली का दबाव बाने ईमानदारी से कार्य कर रहे श्रमिकों को चोरी के मामले में फंसाया जा रहा है।